har baar wo book and story is written by Afzal Malla in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. har baar wo is also popular in Classic Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. हर बार वो Afzal Malla द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 2 1.6k Downloads 7k Views Writen by Afzal Malla Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण हर बार वो (कहानी नही है ये है सच्चाई)हर बार वो पल्लू क्यों संभालेतुम कभी अपनी नजरे संभाल लोहर बार वोही घर क्यों संभालेकभी तुम हाथ बटा लिया कारोहर बार वो क्यों ताने सुनेप्यार से कभी तुम बात कर लिया करोहर बार वो ही क्यो झुकेकभी उसके कंधे से कंधा मिला लिया करोहर बार वो क्यों मन ही मन में रोयेकभी पास बैठके बाते कर लिया करोहर बार एक स्त्री को नीचा दिखाने की कोसिस की जाती है,कहा जाते है के लड़की है क्या कर लेगी, हर बार उसपे उंगली की जाती है, पर कभी कोई उसके पास बेठेके बात More Likes This कहानी फ्रेंडशिप की - 1 द्वारा Shahid Raza मीरा प्रेम का अर्थ - 3 - माधव की मीरा द्वारा sunita maurya द्वारावती - 41 द्वारा Vrajesh Shashikant Dave तमस ज्योति - 1 द्वारा Dr. Pruthvi Gohel इंद्रप्रस्थ - 2 द्वारा Shakti रेत होते रिश्ते - भाग 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil व्रत - 1 द्वारा Sonali Rawat अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी