Kaha gai pariya ? book and story is written by Kusum Agarwal in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Kaha gai pariya ? is also popular in Children Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. कहाँ गईं परियां? Kusum Agarwal द्वारा हिंदी बाल कथाएँ 7 1.4k Downloads 6.2k Views Writen by Kusum Agarwal Category बाल कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण गति चलो, अब सो जाओ। कल सुबह स्कूल भी जाना है ना। यदि सोने में देरी हो जाएगी तो तुम्हारी नींद पूरी नहीं होगी और तुम सुबह उठने में आनाकानी करोगी। मम्मी ने गति को समझाते हुए कहा और फिर उसे बिस्तर पर लेटा कर सुलाने की कोशिश करने लगी। परन्तु गति ऐसे कब सोने वाली थी? उसने मम्मी का हाथ पकड़ लिया और बोली- मम्मा, आप भी मेरे साथ लेटो। मैं तभी सोऊंगी। मम्मी भी यह बात जानती थी। यह रोज की कहानी थी। गति को उसके साथ लेटे बिना नींद नहीं आती थी। मम्मी भी गति के पास More Likes This तेरी मेरी यारी - 1 द्वारा Ashish Kumar Trivedi आम का बगीचा - भाग 1 द्वारा pooja एक बस स्टॉप द्वारा Birendrapatel विवान द सुपर स्टार - 1 द्वारा Himanshu Singh मिन्नी और चीकी की दोस्ती द्वारा MB (Official) आपकी मुस्कान द्वारा DINESH KUMAR KEER बगुला और सांप द्वारा DINESH KUMAR KEER अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी