Raktvanya book and story is written by Hrishikesh Sulabh in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Raktvanya is also popular in Horror Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. रक्तवन्या Hrishikesh Sulabh द्वारा हिंदी डरावनी कहानी 9 1.9k Downloads 6.5k Views Writen by Hrishikesh Sulabh Category डरावनी कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण रक्तवन्या हृषीकेश सुलभ अजीब होती जा रही है केया दास। उसे अब अपने-आप से भय लगने लगा है। जंगल की ये रातें उसे तिलिस्मी लगती हैं। डरावनी। पूरे शरीर में सिहरन भर देने वाली रातें। केया दास करवटें बदलती है। बिस्तर पर छटपटाती है। सिरहाने जलने वाले लैम्प को लगातार घूरती है। तकिए में मुँह छिपा कर रोती है। रात-रात भर जागती रह जाती है केया दास। पहाड़ी के शीर्ष से गिरने वाले तीरथगढ़ के झरने का-सा शोर उसकी कोठरी में भर जाता है। दरभा घाटी में खड़े शाल-वृक्षों को झकझोर कर बहने वाली तूफ़ानी हवा के झोंके अयाचित मेहमान More Likes This झूले पर बैठी गुड़िया - 1 द्वारा neha sharma पिशाचनी का श्राप - 1 द्वारा Ashutosh Moharana अंधेरी कोठरी का रहस्य - भाग 1 द्वारा Pawan भूतनी के रिश्तेदार! - अध्याय 1 द्वारा बैरागी दिलीप दास 2 दिन चांदनी, 100 दिन काली रात - 1 द्वारा बैरागी दिलीप दास Lfrit Jinn - 1 द्वारा HARSH PAL Check-In हुआ, Check-Out नहीं! - अध्याय 1 द्वारा Sakshi Devkule अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी