Jabse is ghar me aai hai saavi book and story is written by Satish Sardana Kumar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Jabse is ghar me aai hai saavi is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. जबसे इस घर में आई है सावी Satish Sardana Kumar द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 2 1.3k Downloads 4.1k Views Writen by Satish Sardana Kumar Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण जब से इस घर में आई है सावी,एक दिन सुख का साँस नहीं लिया।रतिया की नाली के किनारे का गाँव,बारिश में छत तक पानी भर जाता,रत्ता टिब्बा पर जाकर शरण लेनी पड़ती।बाकी पूरा साल प्यासा।घर में हाथ से खींचने वाला नलका तक नहीं।दो टोकनी बग़ल में एक चाटी सिर पर उठाकर सावी दो किलोमीटर चहलों के नलके पर जाती।चहलों के गबरू होते लड़के भाबी,भाबी करके नलका गेड़ते।चहलों की बूढ़ी अम्मा खाट पर बैठी गालियाँ बकती।कोसने कोसती।सावी की सात पुश्तों की औरतों के चरित्र पर लांछन लगाती।सावी की कोई प्रतिक्रिया न पाकर,फिर से रहरास साहिब का जोर जोर से पाठ करने More Likes This बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi कामवासना से प्रेम तक - भाग - 5 द्वारा सीमा कपूर My Devil Hubby Rebirth Love - 23 द्वारा Naaz Zehra अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी