2088 Isvi book and story is written by Surendra Tandon in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. 2088 Isvi is also popular in Children Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. 2088 ईस्वी Surendra Tandon द्वारा हिंदी बाल कथाएँ 3 1.3k Downloads 3.9k Views Writen by Surendra Tandon Category बाल कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण रोज की तरह आज भी जब दादाजी पार्क में आए तो इंतजार कर रही बच्चों की टोली ने उन्हे घेर लिया। सभी एक सुर में उनसे कहानी सुनाने की जिद करने लगे। मौहल्ले के सभी लोग जानते थे कि दादाजी बच्चों को अच्छी-अच्छी बातें बताते हैं। जिस कारण बच्चे इधर-उधर फालतू घूमते नहीं और शाम को सीधे घर आ जाते हैं। दादाजी भी एक अभिभावक की तरह उनको उनके घरों तक छोड़कर ही जाते थे, इस कारण पूरे मौहल्ले वाले उनका बड़ा सम्मान करते थे। बच्चों की स्कूली समस्याओं को भी अकसर उनके स्कूल जाकर हल कर देते थे। 85 More Likes This तेरी मेरी यारी - 1 द्वारा Ashish Kumar Trivedi आम का बगीचा - भाग 1 द्वारा pooja एक बस स्टॉप द्वारा Birendrapatel विवान द सुपर स्टार - 1 द्वारा Himanshu Singh मिन्नी और चीकी की दोस्ती द्वारा MB (Official) आपकी मुस्कान द्वारा DINESH KUMAR KEER बगुला और सांप द्वारा DINESH KUMAR KEER अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी