Ek aur kissa Nirbhaya nahi Koi aur dikhta book and story is written by Deepti Khanna in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ek aur kissa Nirbhaya nahi Koi aur dikhta is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. एक और किस्सा निर्भया नहीं और दिखता Deepti Khanna द्वारा हिंदी लघुकथा 11 1.4k Downloads 4.7k Views Writen by Deepti Khanna Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण भाभी 10:00 बज रहे हैं होली के दिन है क्या मुझे कोई घर छोड़ देगा l दीप्ति " भैया को आने दे"काजल " भाभी आप छोड़ आओ ""होली का महोत्सव हो रहा है हमारी गली में l आपको तो पता है लोग कैसी-कैसी नजरों से देखते हैं l पिछले वर्ष ऐसे ही एक लड़की को कमरे में बंद करके....."दीप्ति " अच्छा अब बस कर और चुप हो जाओ , देव नीचे आओ चलो काजल दीदी को घर छोड़ने चले "देव " ठीक है मां क्या पैदल जाना है ?"दीप्ति " हां बेटा गाड़ी नहीं है". होली की चहल-पहल चारों ओर थी More Likes This मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha शैतान का कुचक्र - 1 द्वारा LM Sharma सारथी द्वारा Lo t u s Mohabbat ya Dhokha - 1 द्वारा aruhi टूटी फूटी कहानियों का संग्रह - भाग 1 द्वारा Sonu Kasana अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी