विवरण
अनुभाग प्रथम और तब जरा सा पत्ता भी हिल जाता तो पूरे गांव जवार को खबर हो जाती थी । कहीं किसी मोड़ पर अगर कोई देख ले तो गजब हो जाता था,, हो हल्ला होते देर नही लगती,, फलाने का लड़का ,फलाने की नातिन के साथ रंगरेलियां मना रहा था,, पकड़ो,, मारो,, पीटो,, सजा दो,, सरपंच को बुलाओ, बैठक होने दो,, ।।। ऐसी स्थिति से गुजरा था कजरी और राकेश का प्यार, मोहे आई न जग से लाज कि इतना जोर से नाची आज घुंघरू टूट गए,,,, तालाब के किनारे घर मे लीपने के लिए गीली मिट्टी