Saat kankad book and story is written by Kailash Banwasi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Saat kankad is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. सात कंकड़ Kailash Banwasi द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 1.1k 1.9k Downloads 6k Views Writen by Kailash Banwasi Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सात कंकड़ कैलाश बनवासी भरी दोपहरी थी. चुनाव कार्य में लगी बस हम चार लोगों को हमारे मतदान-केंद्र वाले गाँव के चौक में उतारकर चली गयी—भरभराती, अपने पीछे धुल का गहरा गुबार छोडती हुई. अब हम पिछले चार घंटे के सफ़र के दौरान कपड़ों में जम आई धूल-गर्द झाड़ रहे थे. शहर से अब हम 72 किलोमीटर दूर इस गाँव में हैं. हम सबमें सबसे ज्यादा सफाई पसंद –जो उसके शर्ट-पेंट की क्रीज़ और कलर से जाहिर था- क्लर्क नायक बड़बड़ाया , यार, यह तो यार वाकई देहात है! मुझे आसपास एक दुकान या पानठेला भी नहीं दिखा. जो थे, More Likes This ज़िंदगी की खोज - 1 द्वारा Neha kariyaal अधूरा इश्क़ एक और गुनाह - 1 द्वारा archana सुकून - भाग 1 द्वारा Sunita आरव और सूरज द्वारा Rohan Beniwal विक्रम और बेताल - 1 द्वारा Vedant Kana Middle Class Boy द्वारा Bikash parajuli तहम्मुल-ए-इश्क - 4 द्वारा M choudhary अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी