Apno ka surksha ghera book and story is written by Dr Fateh Singh Bhati in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Apno ka surksha ghera is also popular in Love Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. अपनों का सुरक्षा घेरा Dr Fateh Singh Bhati द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 6 1.2k Downloads 6.1k Views Writen by Dr Fateh Singh Bhati Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण आज पहली बार वह अकेले ट्रेन से जा रही थी | घर में भरे पूरे परिवार में नारी मुक्ति पर इन्सान कितना कुछ बोलता है ? क्या कुछ सोचता है ? टीवी पर होती बहस सुन कर कितनी ही बार उसने पापा से बहस की थी कि बेटी होने के कारण उन्होंने उसे गुलाम बना रखा है | हमेशा साये की तरह साथ रहते है | बोलने की, घूमने की, यहाँ तक कि घर से कॉलेज जाए तब भी आते जाते वक़्त भाई को साथ भेजते है | घर नहीं उसके लिए कैद है परन्तु पापा कभी गम्भीरता से नहीं More Likes This सनातन - 1 द्वारा अशोक असफल Revenge Love - Part 1 द्वारा zarna parmar Revenge by Cruel Husband - 1 द्वारा starwriter बीच के क्षण द्वारा Raj कुछ रंग प्यार के ऐसे भी - भाग 1 द्वारा Shruti Sharma अनंता - पार्ट 5 द्वारा zarna parmar फरमाइश... 1 द्वारा pooja अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी