कहानी "डोर – रिश्तों का बंधन" में नयना के जीवन में समय के साथ कई बदलाव आते हैं। उसकी मां अब कमजोर हो गई हैं और जोड़ों के दर्द से परेशान रहती हैं। नयना का भाई सोनू अमेरिका चला जाता है और वहीं नौकरी पाता है। प्रकाश मोसाजी और जया मोसी भी रिटायर होकर वहीं आ जाते हैं। चिंटू और पूर्वी की मुलाकातों से दोनों परिवारों में खुशी का माहौल बनता है। उनका छोटा बेटा निशू सबका चहेता बन जाता है और नयना उसके साथ खेलती है, जिससे चिंटू और नयना के बचपन की यादें ताजा हो जाती हैं। नयना ने एक एनजीओ "खुशहाली" की स्थापना की है, जिससे वह समाज सेवा करना चाहती है। हालांकि, वह अपनी पुरानी संस्था की स्वार्थी नीतियों से असंतुष्ट है और वहां से दूर हो जाती है। एक दिन, एनजीओ को एक डरी हुई लड़की का फोन आता है, जो मदद की गुहार लगाती है। नयना की टीम उस लड़की के बताए पते पर जाकर चार छोटी लड़कियों को बचाकर लाती है। यह घटना नयना के जीवन में एक नया मोड़ लाती है और उसकी समाज सेवा की दिशा को और मजबूत करती है। डोर – रिश्तों का बंधन - 11 - अंतिम भाग Ankita Bhargava द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 28 3k Downloads 8.4k Views Writen by Ankita Bhargava Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण धीरे धीरे वक्त के साथ बहुत कुछ बदला नयना के जीवन में, मां अब पहले से थोड़ी कमज़ोर हो गई थीं और जोड़ों के दर्द से परेशान भी रहने लगीं थीं। सोनू बी. टेक. के बाद आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चला गया और फिर वहीं कंपनी प्लेसमेंट में एक मल्टी नेशनल कंपनी में उसकी जॉब लग गई। उसके अमेरिका जाने के बाद प्रकाश मोसाजी और जया मोसी भी रिटायरमेंट के बाद यहीं आ गए थे। चिंटू और पूर्वी जब भी मिलने आते दोनों परिवारों में रौनक हो जाती, अब तो उनके पास एक छोटा सा गोलमटोल खिलौना निशू भी था जो अपनी मासूम बातों और शरारतों से सबका मन मोह लेता था। अब दोनों घरों के आंगन को चिंटू-पूर्वी से भी अधिक निशू का इंतज़ार रहता था, जब भी वह आता सबकी आंखों के समक्ष चिंटूऔर पूर्वी का बचपन एक बार फिर साकार हो उठता और सब उसके खूब लाड चाव करते। Novels डोर – रिश्तों का बंधन ढ़ोलकी की थाप पर जैसे ही गीत शुरु हुआ सुरेश की आंखों के कोर भीग गए। कैसा माहौल होता है बेटी की शादी में। घर में रौनक भी होती है और खुशियाँ भी पर दिल मे... More Likes This जुनूनी इश्क (ट्रेलर) द्वारा Akansha Sharma My Secret Wife - 1 द्वारा khushi sharma सांवली हवाओं में तेरा नाम था - 1 द्वारा Nushiee तेरे मेरे दरमियाँ - 1 द्वारा Neetu Suthar अधूरे हम.. - 1 द्वारा Aradhana तू था, मगर मेरा नहीं - 1 द्वारा Hindi kahaniyan वो जो मेरा था - 1 द्वारा Neetu Suthar अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी