कहानी "तुमने कभी प्यार किया था? भाग-3" एक युवा लड़की के पहले प्यार के अनुभवों को दर्शाती है। वह हमेशा उस लड़के को सुनना चाहती थी, और उसकी हंसी और मुस्कान उसे आकर्षित करती थी। उनके बीच कई खास क्षण होते हैं, जैसे कि उसकी भौतिक रसायन की कक्षा, जिसमें वह कणों की गति के बारे में व्याख्यान देता है। महाविद्यालय के वार्षिक महोत्सव में, जब लड़के को लड़कियों के कपड़े खरीदने होते हैं, तो उसकी मासूमियत उसे और भी प्यारा बना देती है। एक बार, जब वह कॉलेज से जा रहा होता है, तो कुछ लड़कियों ने उसे रोक दिया, जिससे एक मजेदार स्थिति बन जाती है। कहानी में झील के चारों ओर के पहाड़ों का जिक्र है, जो उनके प्यार की पृष्ठभूमि बनाते हैं। वे एक फिल्म की शूटिंग देखने भी जाते हैं, और उसके बाद वह उससे फिल्म की शूटिंग के बारे में पूछता है। उनका प्यार धीरे-धीरे बढ़ता है, लेकिन वह हमेशा मिलने की हिम्मत नहीं जुटा पाती। एक दिन, जब वह बिजली के पोल पर उसे मिलता है, तो वह यह कहकर चला जाता है कि वह स्टेशन जा रहा है। उसकी हिचकिचाहट इस बात को दर्शाती है कि वह उसे पसंद करता है, लेकिन अपने भावनाओं को व्यक्त करने में संकोच करता है। कहानी अंत में उसके नाम के उल्लेख के साथ समाप्त होती है, जिससे उसके प्यार की गहराई और अनंतता का एहसास होता है। तुमने कभी प्यार किया था? - 3 महेश रौतेला द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 5 3.7k Downloads 9.2k Views Writen by महेश रौतेला Category प्रेम कथाएँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण नानी तुमने कभी प्यार किया था?भाग-३मैं हमेशा उसको सुनना चाहती थी। मेरा सम्बोधन धीरे-धीरे आदरसूचक होने लगा था ।मुझे बहुत से क्षण याद हैं जब उसको देखते ही मेरे कदम रूक जाते थे । उनका लेक्चर , भैतिक रसायन पर , धाराप्रवाह लिये था । वह कण की गति को समीकरण में बाँध रहा था और मैं आवाक हो , उनके स्नेहिल स्वभाव की गति देख रही थी। कण की गति का तरंग और कण के रूप में सुन्दर विवेचना उसने की थी । लेक्चर के बाद, मैं उसे बधाई देना चाहती थी , लेकिन वह अपने साथियों के साथ बाहर आ Novels तुमने कभी प्यार किया था? तुमने कभी प्यार किया था? यह सुनकर वह अचानक अनुभूतियों में डूब गयी। कुछ देर सोचने के बाद वह बोली हाँ। पहाड़ियों पर बसा कालेज था, एक राजकुमार सा लड़का थ... More Likes This प्रेमपत्र - 1 द्वारा Vrishali Gotkhindikar युवी और नियु की कहाँनी - 1 द्वारा krick हर सुबह स्टेशन पर मिलती थी वो… पर एक दिन कुछ ऐसा कहा कि सब बदल गया - 2 द्वारा Rishabh Sharma राधे ..... प्रेम की अंगुठी दास्तां - 6 द्वारा Soni shakya सजा या साथ? - 1 द्वारा InkImagination Unexpected Love - 1 द्वारा Dark Moon मोहब्बत थी... या साज़िश ? 1 द्वारा parth Shukla अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी