कहानी में narrators शौकीलाल जी के घर जाते हैं जब वह बाथरूम में हैं। उन्हें उनसे मिलना जरूरी होता है, इसलिए वह उन्हें आवाज देते हैं। वे बाथरूम से गुनगुनाते हुए जवाब देते हैं, और narrator उनके बिस्तर पर बैठकर बोरियत दूर करने के लिए पत्रिका ढूंढने लगते हैं। उन्हें याद आता है कि शौकीलाल जी सोते समय पढ़ते हैं और शायद तकिये के नीचे कोई पत्रिका हो। जब narrator तकिया उठाते हैं, तो उन्हें एक तह किया हुआ कागज मिलता है। उनकी उत्सुकता बढ़ती है और वह कागज पढ़ने की कोशिश करते हैं। पहले वह सोचते हैं कि यह प्रेम पत्र हो सकता है, लेकिन फिर इस विचार को ठुकरा देते हैं। फिर वह सोचते हैं कि शायद शौकीलाल जी ने कुछ लिखा होगा, लेकिन यह भी संदेहास्पद लगता है। जब narrator ने कागज को खोला, तो वह एक लंबा खत होता है। पढ़ते ही उन्हें हंसी आती है, क्योंकि खत में शौकीलाल जी के पिछले दिनों की सनक और चोरों के प्रति उनके विचारों का जिक्र होता है। शौकीलाल जी चोरों की प्रशंसा करते थे और यह सोचते थे कि आजकल के सबसे सुखी लोग चोर हैं। कहानी में narrator और शौकीलाल जी के बीच की बातचीत और शौकीलाल जी के अजीब विचारों का मज़ेदार चित्रण है। शौकीलाल जी का खत चोर जी के नाम - 2 Krishna manu द्वारा हिंदी हास्य कथाएं 1.9k Downloads 5.5k Views Writen by Krishna manu Category हास्य कथाएं पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण मैं शौकीलाल जी के निवास पर जा धमका। उस वक़्त जनाब बाथरूम का आनंद उठा रहे थे। बाथरूम से आ रही गुनगुनाने की स्वर लहरी उनके आनंद मग्न होने की चुगली कर रही थी। उनके आनंद में खलल डालने का मेरा इरादा नहीं था। मैं चुपचाप उल्टे पांव लौट जाता लेकिन मुझे उनसे भेंट करना जरूरी था। अतएव व्यवधान डालना पड़ा। मैंने उन्हें ऊंची आवाज दी। वे वहीं से ऊंची आवाज में बैठने को कहा फिर गुनगुने लगे। मैं उनके बिस्तर पर ही बैठ गया। कमरे में पड़ी चीजों को बेवजह निहारने लगा। सारी चीजें पुरानी थीं जिन्हें मैं पहले Novels शौकीलाल जी का खत चोर जी के नाम सर्व गुण संपन्न, सर्व शक्तिवान श्री श्री 108 श्री चोर जी महाराज ! चरण युगल में अकिंचन शौकीलाल का साष्टांग दण्डवत। मैंने कई कई रातें जाग कर,... More Likes This थ्री बेस्ट फॉरेवर - 1 द्वारा Kaju मैं मंच हूँ द्वारा Dr Mukesh Aseemit प्यार बेशुमार - भाग 8 द्वारा Aarushi Thakur राज घराने की दावत..... - 1 द्वारा pooja कॉमेडी कहानी 3 दोस्तों की - 1 द्वारा Roshan baiplawat समानांतर दुनिया - 1 द्वारा Mansi बाबू जी की मुक्त शैली पिटाई - 1 द्वारा संदीप सिंह (ईशू) अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी