इस कहानी का शीर्षक "आधा सुख-आधा चांद" है। इसमें एक महिला, जिसे लाजो से लाजवन्ती बना दिया गया है, की मनोदशा का वर्णन किया गया है। कहानी की शुरुआत रात के अंधेरे में होती है, जहां वह अपने बिस्तर पर लेटे-लेटे चिंतन कर रही है। उसे नींद नहीं आ रही है और बाहर का डरावना मौसम उसे और भी भयभीत कर रहा है। लाजो ने गरीब झोपड़ों से उठकर अमीरों के महलों में कदम रखा है, लेकिन वह अपनी नई पहचान से खुश नहीं है। सेठ जी, जो उसे प्यार से लाजो कहते हैं, ने उसके सपनों और प्यार को बर्बाद कर दिया है। पहली रात जब सेठ ने उसका घूंघट उठाया, तो उसे अपनी किस्मत पर अफसोस हुआ। वह अपने दर्द और असंतोष को छुपाते हुए सोने-चांदी से लदी हुई है, लेकिन अंदर से वह एक खालीपन और आग महसूस कर रही है। वह कभी-कभी केषव के पास भाग जाने का विचार करती है, लेकिन जंगल और अनजाने रास्ते उसे रोकते हैं। कहानी में उसके अंदर की पीड़ा और धन-दौलत की बेकारी को दर्शाया गया है, यह दिखाते हुए कि असली सुख और संतोष केवल बाहरी चीजों में नहीं बल्कि आत्मिक संतोष में है। लाजो का संघर्ष और उसकी स्थिति दर्शाती है कि जीवन की वास्तविकता कितनी जटिल और कष्टदायक हो सकती है। आधा सुख-आधा चांद Rajesh Bhatnagar द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 8 2.3k Downloads 10.9k Views Writen by Rajesh Bhatnagar Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण घड़ी ने रात के बाहर बजा दिये । घड़ी का अलारम टन...टन....टन... करता हुआ बारह बार बोलकर खामोष हो गया और इसी खामोषी के साथ रात का भयावह पहर शुरू हो गया । बैडरूम के बीचों-बीच पड़े डबल बैड पर पड़ी मखमली चादर लैम्प के मद्धिम प्रकाष में निखर उठी थी । वह कमरे में कदम नापती रही । इस कोने से उस कोने तक । फिर थककर डबल बैड के नरम बिस्तरों पर अधलेटी-सी बैठ गई । ऊपर छत को घूरती रही । आज उसकी आंखों से नींद कोसों दूर भाग गई थी । दूर-दूर तक नींद की छाया भी नहीं थी । More Likes This रुह... - भाग 8 द्वारा Komal Talati उज्जैन एक्सप्रेस - 1 द्वारा Lakhan Nagar माँ का आख़िरी खत - 1 द्वारा julfikar khan घात - भाग 1 द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 2 द्वारा Kaushik Dave चंदन के टीके पर सिंदूर की छाँह - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha गाजा वार - भाग 1 द्वारा suhail ansari अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी