Tange book and story is written by Pritpal Kaur in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Tange is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. टांगें Pritpal Kaur द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 15 3.7k Downloads 8k Views Writen by Pritpal Kaur Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण कनिका ने कांपते हुए अपने घुटने ढके और वेटर का बेसब्री से इंतजार करने लगी. इस वक़्त वह साउथ दिल्ली के एक पॉश रेस्तरां में अपने कुछ मित्रों के साथ शाम के खाने का आनंद ले रही थी. अक्टूबर का पहला हफ्ता और दिल्ली की जाती हुयी गर्मी, उस पर कनिका की खुली टांगें. कनिका तीन महीने पहले ही उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली में रहने आयी है. राजस्थान के एक छोटे से, मगर सांकृतिक तौर पर बेहद समृद्ध शहर बीकानेर में पैदा हुयी कनिका ने अब तक अपना लगभग सारा जीवन राजस्थान में ही जिया है. उसका भी एक बड़ा हिस्सा बीकानेर और पास के एक गाँव भीनासर में, जहाँ उसकी ननिहाल है. More Likes This मंजिले - भाग 12 द्वारा Neeraj Sharma रिश्तों की कहानी ( पार्ट -१) द्वारा Kaushik Dave बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी