कहानी "आखर चौरासी" का मुख्य पात्र विक्की है। वह एक यात्रा के बाद बस से उतरा और अपने घर जाने के बजाय सीधे अपने दोस्त गुरनाम के घर की ओर बढ़ गया। रास्ते में वह सतनाम भैया की जलती हुई दुकान देखता है, जो पूरी तरह नष्ट हो चुकी है। यह दृश्य देखकर विक्की दुखी और चिंतित होता है। उसे यह समझ में नहीं आता कि क्या यह सब सिक्खों को सजा देने के लिए हुआ है। उसके मन में कई सवाल उठते हैं जैसे कि यह विनाश किसने किया और किसने इसे सही ठहराया। विक्की गुरनाम के घर पहुंचता है, जहां उसे हरनाम सिंह और सुरजीत कौर का प्यार और स्नेह मिलता है। सुरजीत कौर विक्की से चिंता करती हैं कि उसे वहां नहीं आना चाहिए था, लेकिन विक्की अपने साहस का परिचय देते हुए कहता है कि उसे डर नहीं है। उसकी बातों में क्रोध और आक्रोश झलकता है, जो उस समय की परिस्थितियों के प्रति उसकी प्रतिक्रिया है। कहानी में विक्की की भावनाएँ और उसके विचारों का संघर्ष दर्शाया गया है, जो उस आतंक और अन्याय के खिलाफ खड़े होने की उसकी इच्छा को दर्शाता है। आखर चौरासी - 32 Kamal द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 1 2.4k Downloads 6.8k Views Writen by Kamal Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण जिस समय विक्की अपना सफर पूरा कर बस से उतरा, दोपहर ढल चुकी थी। वैसे भी ठंढ के मौसम में दिन छोटे होते हैं। शाम गर्मियों कि अपेक्षा जल्द उतर आती है। बस स्टैंड से पहले अपने घर जाने के बजाय वह सीधे गुरनाम के घर की ओर बढ़ गया। रास्ते में जब उसने सतनाम भैया की जली दुकान देखी तो ठिठक कर रुक गया। दुकान की दीवारें और छत्त पूरी तरह जल कर काली हो चुकी थीं। दुकान के सामने वाला छज्जा तोड़ डाला गया था। दरवाजे खिड़कियाँ पूरी तरह जल कर ख़ाक हो गए थे। दरवाजे खिड़कियाँ नहीं होने के कारण सड़क से ही भीतर के खाली-खाली कमरे साफ नजर आ रहे थे। Novels आखर चौरासी कोयला खदान की गहराई से ऊपर धरती की सतह तक आने में हरनाम सिंह बुरी तरह थक चुके थे। खाखी रंग के हाफ पैंट और शर्ट पर कई जगह कोयले की कलिख लगी थी, जो खदान... More Likes This रुह... - भाग 8 द्वारा Komal Talati उज्जैन एक्सप्रेस - 1 द्वारा Lakhan Nagar माँ का आख़िरी खत - 1 द्वारा julfikar khan घात - भाग 1 द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 2 द्वारा Kaushik Dave चंदन के टीके पर सिंदूर की छाँह - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha गाजा वार - भाग 1 द्वारा suhail ansari अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी