कहानी "कब सहर होगी" एक साधारण वर्कचार्ज कर्मचारी कैलाश की है, जो सरकारी भर्ती दफ्तर में लगभग तेरह साल से काम कर रहा है। वह पहले वर्कचार्ज के रूप में कार्यरत था, लेकिन अब ठेकेदारी प्रथा के तहत बंधुआ मजदूर बन गया है। उसे अपने काम के दौरान कई आई.ए.एस. और आई.पी.एस. अधिकारियों की सेवा करनी पड़ी, लेकिन उसकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। कैलाश की जिंदगी की दिनचर्या केवल दफ्तर आना, सफाई करना और महीने में थोड़ी सी तनख्वाह पाना रह गई है। एक दिन उसके अधिकारी उसे बताते हैं कि नया चेयरमैन आने वाला है और उसे उनकी व्यवस्था करनी है। कैलाश सोचता है कि नया चेयरमैन उसकी मदद नहीं करेगा, क्योंकि उसने अपने परिवार की मुश्किलों का रोना रोकर भी किसी का ध्यान नहीं खींचा है। उसके घर में एक असहाय पिता है, जो बीमार है और केवल मंदिर में भजन गाकर समय बिताता है। कैलाश को पढ़ाई का खेद नहीं है क्योंकि उसने कई पढ़े-लिखे लोगों को नौकरी के लिए रोते देखा है। उसे समझ में आता है कि नौकरी पाने में पढ़ाई भी कोई मदद नहीं करती। वह अपने हालात को स्वीकार करता है और इसी तरह की निराशा में जीता है। कहानी कैलाश के जीवन में संघर्ष और सामाजिक असमानता की जटिलताओं को उजागर करती है। कब सहर होगी Rajesh Bhatnagar द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 5 1.6k Downloads 5.6k Views Writen by Rajesh Bhatnagar Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण वह पूरे राज्य में नौकरी देने वाले भर्ती दफ्तर में लगा एक अदना-सा वर्कचार्ज कर्मचारी है । पहले तो वह वर्कचार्ज की हैसियत से ही लगा था । मगर पिछले पांच-छः वर्षों से कंगाल सरकार ने उसे ठेकेदारी प्रथा का एक बंधुआ मज़दूर-सा बना दिया है । उसे इस दफ्तर में करीब तेरह साल होने को आये ना जाने कितने आई.ए.एस. और आई.पी.एस. का सेवक बनकर रहा । उनके बंगलों पर झाडू़-पोंछे से लेकर बर्तन-कपड़े धोने तक का काम उसने किया, मगर उसकी हैसियत वर्कचार्ज कर्मचारी से अब ठेकेदार के मज़दूर में और तब्दील हो गई । More Likes This रुह... - भाग 8 द्वारा Komal Talati उज्जैन एक्सप्रेस - 1 द्वारा Lakhan Nagar माँ का आख़िरी खत - 1 द्वारा julfikar khan घात - भाग 1 द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 2 द्वारा Kaushik Dave चंदन के टीके पर सिंदूर की छाँह - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha गाजा वार - भाग 1 द्वारा suhail ansari अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी