अमरनाथ धाम एक पवित्र तीर्थ स्थान है, जहाँ भगवान शिव का बर्फानी शिवलिंग स्थित है। इसे 'अमरनाथ' के नाम से जाना जाता है, और यह अद्भुत व अलौकिक माना जाता है। इस धाम में भगवान शिव को 'आदिदेव' और 'महादेव' के रूप में पूजा जाता है, जो सर्जन और विनाश के अधिष्ठाता हैं। प्राचीन कथाओं के अनुसार, भगवान शिव ने माता पार्वती को अमरगाथा सुनाई थी। अमरनाथ की यात्रा से श्रद्धालुओं को आत्मशक्ति और आत्मशुद्धि मिलती है। भक्तों को कठिनाइयाँ झेलकर और पैदल चलकर यहाँ तक पहुँचने पर अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है, जिससे उनकी सभी मनोकामनाएँ पूरी होती हैं। भगवान शिव के बर्फानी शिवलिंग के दर्शन करना जीवन का बहुमूल्य अवसर है, और इसका महत्व सभी देवी-देवताओं के दर्शन के समान है। यहाँ का 101 फीट ऊँचा शिवलिंग श्रद्धालुओं के लिए एक अद्वितीय अनुभव है। अमरनाथ धाम में जाति, पाती या धर्म का भेदभाव नहीं होता, और यहाँ दर्शन और पूजा निःशुल्क होती है। इस धार्मिक स्थान पर विभिन्न सेवाएँ जैसे वृद्धाश्रम, अनाथालय, अन्नक्षेत्र, यात्रिक निवास, और आयुर्वेदिक अस्पताल भी उपलब्ध हैं। अमरनाथ धाम का यह संपूर्ण वातावरण भक्तों के लिए अत्यधिक पुण्य और शांति का स्रोत है। अमरनाथ धाम Rekha Shukla द्वारा हिंदी आध्यात्मिक कथा 11 2.1k Downloads 9.5k Views Writen by Rekha Shukla Category आध्यात्मिक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण अमरनाथ धाम संसारमे अनगिनत शब्दोका सर्जन हुआ है, उनमे ' धर्म ' शब्द श्रेष्ठत्तम हैं. ' धर्म ' यानी धारण करना. जो समाजको गरिमा दे, समाजको तूटरे हुऍ, तितरबितर होते हुऍ , अंधाधुंधव अराजकतामे गीरते हुऍ बचाता है वह धर्म हैं. इन्सान के अन्दरूनी सद्गुणोको विकसितकर प्रकाशोन्मुख करनेकी क्रिया ही धर्म हैं. हमारे धर्मके मूलाधारस्वरूप्न तीन प्रमुख देवता हैं, ब्रह्मा, विष्णु और महेश (शिव). देवोमे शिरोमणि भगवंत शिव 'आदिदेव' माने जाते हैं. शिवका अर्थ हैं 'कल्याणकारी' भगवंत शिव सर्जन और विद्वंश के अधिष्ठाता है, जिन्हे देवताओके भी देव ' महादेव' कहा जाता हैं. भारत के प्राचिनतम ग्रंथ ॠगवेदमे भगवंत शिवकी More Likes This शब्दों का बोझ - 2 द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR स्वामी प्रभुपाद द्वारा Ankit अलौकिक दीपक - 1-2 द्वारा kajal Thakur भगवद गीता क्या है और इसे क्यों पढ़ना चाहिए - अध्याय 1 द्वारा parth Shukla एक औरत की ख़ामोश उड़ान - 1 द्वारा Mohini समरादित्य महाकथा - 1 द्वारा Kapil Jain श्री दुर्गा सप्तशती- आचार्य सदानंद – समीक्षा छन्द 1 द्वारा Ram Bharose Mishra अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी