यह काव्य का दूसरा भाग माँ के विभिन्न पहलुओं को दर्शाता है, जिसमें माँ बनने के बाद उसकी यात्रा का वर्णन किया गया है। इस भाग में दिखाया गया है कि माँ अपने नन्हे शिशु की खुशियों के लिए किस प्रकार प्रयास करती है। कविता के पहले भाग में माँ की आत्मा का वर्णन स्वर्ग से लेकर ईह लोक तक और गर्भधारण, तरुणी, नवविवाहित से माँ बनने की प्रक्रिया का विवरण था। दूसरे भाग में माँ के त्याग, प्यार और समर्पण का चित्रण है। माँ भूखी रहकर भी अपने बच्चे की भूख मिटाती है, उसकी पीड़ा को छुपाकर मुस्कराती है। वह अपने बच्चे के लिए विभिन्न खेल और कहानियाँ बनाती है, उसे दूध और खाने के लिए प्रेरित करती है। कविता में यह भी दर्शाया गया है कि माँ कैसे अपने बच्चे की सुरक्षा के लिए हर प्रयास करती है, चाहे वह ठंड से बचाना हो या रात को उसके लिए जागना। माँ हमेशा अपने बच्चे की भलाई के लिए तत्पर रहती है और उसकी हर जरूरत का ध्यान रखती है। सारांश में, यह काव्य माँ के अनंत प्रेम और उसकी निस्वार्थ सेवा को प्रदर्शित करता है, जो उसे धरती पर माँ कहलाने का गौरव प्रदान करता है। माँ: एक गाथा - भाग - 2 Ajay Amitabh Suman द्वारा हिंदी कविता 1.6k 3.2k Downloads 9.8k Views Writen by Ajay Amitabh Suman Category कविता पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण ये माँ पे लिखा गया काव्य का दूसरा भाग है . पहले भाग में माँ की आत्मा का वर्णन स्वर्ग लोक के ईह लोक तक , फिर गर्भधारण , तरुणी , नव विवाहिता से माँ बनने तक लिया गया है . प्रस्तुत है इस खण्ड काव्य का दूसरा भाग. इस भाग में माँ के आत्मा की यात्रा का वर्णन माँ बनने के पश्चात विभिन्न पहलुओं को दिखाते हुए किया गया है . इस भाग में ये दर्शाया गया है कि कैसे माँ अपने नन्हे शिशु को खुश रखने के लिए कैसे कैसे अनेक प्रयत्न करती है . जुगनू:माँ:एक गाथा:भाग:6 Novels माँ: एक गाथा ये कविता संसार की सारी माताओं की चरणों में कवि की सादर भेंट है. इस कविता में एक माँ के आत्मा की यात्रा स्वर्गलोक से ईह्लोक तक विभिन्न चरणों में दिखाई... More Likes This जिंदगी संघर्ष से सुकून तक कविताएं - 1 द्वारा Kuldeep Singh पर्यावरण पर गीत – हरा-भरा रखो ये जग सारा द्वारा Poonam Kumari My Shayari Book - 2 द्वारा Roshan baiplawat मेरे शब्द ( संग्रह ) द्वारा Apurv Adarsh स्याही के शब्द - 1 द्वारा Deepak Bundela Arymoulik अदृश्य त्याग अर्धांगिनी - 1 द्वारा archana ग़ज़ल - सहारा में चल के देखते हैं - प्रस्तावना द्वारा alka agrwal raj अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी