कहानी "कभी यूँ भी तो हो..." में एक बेटी पलक की भावनाएँ और उसके माँ के प्रति चिंता को दर्शाया गया है। पलक अपनी माँ के साथ इंटेन्सिव केयर यूनिट में है, जहाँ माँ की तबीयत खराब है। एक दिन जब पलक सो जाती है, तो नर्स उसे जगाती है और माँ के पास ले जाती है। माँ की आँखों में पलक को देखकर जीवन की झलक मिलती है, लेकिन वह अपनी बेटी के लिए चिंता करती है। माँ एक खास काम करना चाहती हैं और उसे पूरा करने के लिए पलक से आग्रह करती हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि शायद यह मौका फिर नहीं मिलेगा। माँ की बात सुनकर पलक अंदर से घबरा जाती है, क्योंकि उसे समझ नहीं आता कि ऐसा क्या काम है जो माँ को इतनी चिंता है। अंत में, माँ पलक से कहती हैं कि उनकी अलमारी में एक नीली डायरी है, जिसे पलक को पढ़कर अनुसरण करना है। कहानी माँ-बेटी के रिश्ते की गहराई और जीवन-मृत्यु के संघर्ष को छूती है। कभी यूँ भी तो हो... - 1 प्रियंका गुप्ता द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 7 2.5k Downloads 7.2k Views Writen by प्रियंका गुप्ता Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण नर्स ने आकर मुझे झकझोरा तो सहसा मैं जैसे एक बहुत गहरे कुऍ से बाहर आई। दो पल को तो समझ ही नहीं आया, मैं हूँ कहाँ...फिर एक झटके से सब साफ़ हो गया...। मैं माँ के साथ थी...इंटेन्सिव केयर यूनिट के एक कमरे में...उनकी देखभाल के लिए...और मैं ही सो गई...कैसे...? मन ग्लानि से भर उठा, पर कुछ पलों को सारे भाव एक किनारे रख मैने प्रश्नवाचक निगाह से पहले नर्स की ओर देखा और फिर एक आशंका-भरी नज़रों से माँ की ओर...। साँस चल रही थी उनकी, सो मेरी साँस में भी साँस आई जैसे...। नर्स ने धीरे से फुसफुसा कर कहा, आपको बुला रही...आपने सुना ही नहीं...। पर सिर्फ़ दो मिनट...ज्यास्ती बात करने का नहीं...। Novels कभी यूँ भी तो हो... नर्स ने आकर मुझे झकझोरा तो सहसा मैं जैसे एक बहुत गहरे कुऍ से बाहर आई। दो पल को तो समझ ही नहीं आया, मैं हूँ कहाँ...फिर एक झटके से सब साफ़ हो गया...। मैं... More Likes This रुह... - भाग 8 द्वारा Komal Talati उज्जैन एक्सप्रेस - 1 द्वारा Lakhan Nagar माँ का आख़िरी खत - 1 द्वारा julfikar khan घात - भाग 1 द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 2 द्वारा Kaushik Dave चंदन के टीके पर सिंदूर की छाँह - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha गाजा वार - भाग 1 द्वारा suhail ansari अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी