कहानी में एक महिला की जिंदगी में आए बदलावों का वर्णन है। पहले वह हमेशा साड़ी पहनती थी, लेकिन अब वह आरामदायक कपड़े पहनती है। अब उसके पास 'रिलायंस फ्रेश' जैसे सुपरमार्केट हैं, जहाँ वह सब्जियाँ खरीदने जाती है, जबकि पहले वह मंडियों से सब्जियाँ लाती थी। वह उन महिलाओं से चिढ़ती थी जो सब्जी विक्रेताओं को ताने मारती थीं। बिंदो नाम की उसकी दोस्त उसे सुपरमार्केट ले जाती है और वह अब अपने स्मार्टफोन से ग्रॉसरी ऑर्डर करती है। हालांकि, उसके जीवन में एक उदासी है; वह अपनी बेटी मीशा को खाना खिलाने में संघर्ष करती है। वह कार चलाना नहीं सीख पाई, लेकिन कैब बुक कर सकती है। सोशल मीडिया ने उसके जीवन में अकेलेपन को बढ़ा दिया है। एक दिन वह एक लड़की की प्रोफाइल देख रही होती है, और बिंदो उसकी तस्वीरों पर चुटकी लेती है। कहानी इस बदलाव और अकेलेपन की खोज में है, जो आधुनिक जीवनशैली के साथ आता है। लाइफ़ @ ट्विस्ट एन्ड टर्न. कॉम - 4 Neelam Kulshreshtha द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 1.6k 3.1k Downloads 7.4k Views Writen by Neelam Kulshreshtha Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण उसका जीवन कैसा बदल गया है ? युवा उम्र में बाहर जाते समय वे हमेशा साड़ी पहना करती थी। हाँ, तब इक्का दुक्का स्लीवलेस ब्लाउज़ पहनने वालों में से एक थी। अब तो सलवार या चूड़ीदार सूट, पलाज़ो, गाउंस जैसी सुविधाजनक पोशाकों ने ज़िंदगी आसान कर दी है। अब पास में ही` रिलायंस फ़्रेश `खुल गया है तो बिन्दो दस बारह दिन में एक बार पीछे पड़ कर उन्हें वहां ले जाती है। रास्ते में बड़बड़ाती जाती है ``, अब कहो न मैं कभी मंडियों से सब्ज़ी फल लेने नहीं गई क्योंकि वहाँ जाने में जो पेट्रोल व समय ख़र्च होता है उसकी कीमत लगाई जाए तो सस्ती सब्ज़ी से कहीं अधिक पड़ेगी। दो कदम के इस सब्ज़ी के बाज़ार में कौन सा आपका पेट्रोल फुँका जा रहा है ?`` Novels लाइफ़ @ ट्विस्ट एन्ड टर्न. कॉम सहभागी लेखिकायें डॉ. सुधा श्रीवास्तव, डॉ. प्रणव भारती, नीलम कुलश्रेष्ठ, मधु सोसी गुप्ता, डॉ. मीरा रामनिवास, निशा चन्द्रा [अस्मिता, महिला बहुभाषी साह... More Likes This ज़िंदगी की खोज - 1 द्वारा Neha kariyaal अधूरा इश्क़ एक और गुनाह - 1 द्वारा archana सुकून - भाग 1 द्वारा Sunita आरव और सूरज द्वारा Rohan Beniwal विक्रम और बेताल - 1 द्वारा Vedant Kana Middle Class Boy द्वारा Bikash parajuli तहम्मुल-ए-इश्क - 4 द्वारा M choudhary अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी