Lankapati Ravan book and story is written by Ajay Kumar Awsthi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Lankapati Ravan is also popular in Spiritual Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. लंकापति रावण Ajay Kumar Awasthi द्वारा हिंदी आध्यात्मिक कथा 37 3.5k Downloads 17.2k Views Writen by Ajay Kumar Awasthi Category आध्यात्मिक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण रावण बुद्धिमान था, ऋषिपुत्र था, पंडित था, वेदों का ज्ञाता था, देवाधिदेव महादेव का भक्त था. उन्हें अपना गुरु मानता था फिर क्या कारण था कि उसका और उसके पक्ष में खड़े कुल कुटुंब का विनाश हो गया ? इसका सर्वमान्य जवाब यही है कि वह अभिमानी था . पर केवल अभिमान के कारण व्यक्ति का ज्ञान विवेक खत्म नही हो जाता. उसके पतन के और भी कारण थे ,जो आपके हमारे जीवन में भी दिखाई देते हैं, जिसके कारण हम गलत निर्णय लेकर अपना नुकसान करते हैं . अभिमान के अलावा रावण को अपनी शक्ति के विषय More Likes This बुजुर्गो का आशिष - 3 द्वारा Ashish स्पंदन - 1 द्वारा Madhavi Marathe भगवान् के चौबीस अवतारों की कथा -8 द्वारा Renu चैनल की डिश वाला भूत द्वारा Aariz Billan आत्मज्ञान की यात्रा - सारांश द्वारा atul nalavade मानव भेड़ियाँ और रोहिणी - 1 द्वारा Sonali Rawat पावागढ़ मंदिर - भाग 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी