"दीप शिखा" एक तमिल उपन्यास है, जिसमें गीता की घर वापसी का वर्णन किया गया है। जब गीता अपने घर पहुंचती है, तो उसकी माँ पेरूंदेवी खुशी से भर जाती है। माँ का प्यार और स्नेह गीता के प्रति स्पष्ट है, और वे एक महीने के बाद फिर से मिलकर बहुत खुश होती हैं। गीता ने अपनी माँ के झुर्रीदार गालों को चूमा, जो एक गहरी भावनात्मक जुड़ाव को दर्शाता है। पेरूंदेवी गीता के लौटने के बाद उसके लिए पसंदीदा खाना बनाती है, और गीता तीर्थ यात्रा से लौटने की बात करती है। इस कहानी में माँ-बेटी के रिश्ते की गहराई और प्यार को खूबसूरती से दर्शाया गया है।
दीप शिखा - 3
S Bhagyam Sharma
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
Four Stars
3.2k Downloads
6.7k Views
विवरण
गीता आ गई। पूरा घर एक ही क्षण में प्रसन्नता व खुशियों से भर गया। घर के अन्दर घुसते ही उत्साह से उछलते हुए अम्मा! चिल्लाते हुए भागकर आकर उसके गले मिली तो बुढ़िया का हृदय खुशियों से भर गया। हे भगवान चलो मेरी बच्ची पहले जैसी ही है! मेरा डर बेकार था। बड़े शान्ति से दीर्घ श्वास छोड़ते हुए स्नेह प्यार से अपने कठोर अंगुलियों से उसके कोमल चेहरे को सहलाने लगी। एक महीना ही हुआ था उससे अलग होकर कई युग बीत गए ऐसा लग रहा था! ‘‘आजा मेरी रानी बिटिया! तेरे बिना मेरा घर सूना हो गया था।
जो अपने ख्यालों को ही जीवन समझ लेता है उसका जीवन भी एकविचार ही बन कर रह जाता है उसमें कोई स्वाद या पूर्णता कहाँ से आएगी? संसार में आकर भी इस संसार को...
More Likes This
अन्य रसप्रद विकल्प
- हिंदी लघुकथा
- हिंदी आध्यात्मिक कथा
- हिंदी फिक्शन कहानी
- हिंदी प्रेरक कथा
- हिंदी क्लासिक कहानियां
- हिंदी बाल कथाएँ
- हिंदी हास्य कथाएं
- हिंदी पत्रिका
- हिंदी कविता
- हिंदी यात्रा विशेष
- हिंदी महिला विशेष
- हिंदी नाटक
- हिंदी प्रेम कथाएँ
- हिंदी जासूसी कहानी
- हिंदी सामाजिक कहानियां
- हिंदी रोमांचक कहानियाँ
- हिंदी मानवीय विज्ञान
- हिंदी मनोविज्ञान
- हिंदी स्वास्थ्य
- हिंदी जीवनी
- हिंदी पकाने की विधि
- हिंदी पत्र
- हिंदी डरावनी कहानी
- हिंदी फिल्म समीक्षा
- हिंदी पौराणिक कथा
- हिंदी पुस्तक समीक्षाएं
- हिंदी थ्रिलर
- हिंदी कल्पित-विज्ञान
- हिंदी व्यापार
- हिंदी खेल
- हिंदी जानवरों
- हिंदी ज्योतिष शास्त्र
- हिंदी विज्ञान
- हिंदी कुछ भी
- हिंदी क्राइम कहानी