यह कहानी पनकी और रेवती दादा के बीच बातचीत पर आधारित है, जहां पनकी रेडियो लाकर दादा से उसे चालू करने को कहता है। दादा रेडियो की आवश्यकता पर सवाल उठाते हैं, जबकि पनकी बताता है कि वह चुनावी व्यस्तता के कारण पुस्तकें नहीं पढ़ पा रहा और रेडियो से गाँव की प्रगति में मदद मिलेगी। जब दादा रेडियो चालू करते हैं, तो एक गाना बजता है, जिसमें 'महबूब' शब्द सुनकर गाँववाले आश्चर्यचकित होते हैं। पनकी को इसका अर्थ समझाने में झिझक होती है, लेकिन अंततः वह बताता है कि 'महबूब' प्रेमिका के लिए उपयोग किया जाता है। गाँव के लोग प्रेम और महबूब शब्दों पर शर्माते हैं, और टम्मन जैसे कुछ लोग मजाक करते हैं। जीवनदास पनकी से पूछता है कि क्या एक आदमी औरत को भी महबूब कह सकता है, और पनकी पुष्टि करता है। इस पर जीवनदास टिप्पणी करता है कि ये शहरी गाने गाँव वालों को भ्रमित कर देंगे। नारद फिर कहता है कि भ्रम में पड़ने से ही ज्ञान में वृद्धि होगी। कहानी में प्रेम, संस्कृति और ज्ञान की खोज का एक मजेदार दृष्टिकोण प्रस्तुत किया गया है। महानपुर के नेता - 1 Pranjal Saxena द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 1 2.6k Downloads 13.4k Views Writen by Pranjal Saxena Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण नारद के बताए अनुसार पनकी ने रेडियो को रेवती दादा के आगे रख दिया और बटन दिखाकर कहा– “दादा आप चालू करो।”दादा ने कहा– “संझा की चौपाल तभी जमती है जब झमरूआ का गाना और तुम्हारी सदबातें हों। इस रेडियो की क्या जरूरत थी? क्या तुम्हें उन पुस्तकों पर भरोसा नहीं रहा जो तुम पढ़ते हो या फिर झमरूआ का गाना तुम्हें बुरा लगने लगा।”पनकी ने कहा– “नहीं दादा, ऐसा कुछ नहीं है। पुस्तकें तो हम पढ़ना नहीं छोड़ सकते। बस ये चुनाव की भागादौड़ी में नहीं पढ़ पा रहे। सोचा कि तारतम्य न टूटे इसलिए रेडियो ले आए। वैसे More Likes This रंग है रवाभाई ! द्वारा Chaudhary Viral बाजी किस ने प्यार की जीती या हारी - 1 द्वारा S Sinha समुंद्र के उस पार - 1 द्वारा Neha kariyaal जग्या लॉस्ट हिज़ वीरा - भाग 2 द्वारा Jagmal Dhanda इश्क की लाइब्रेरी। - 1 द्वारा Maya Hanchate फोकटिया - 1 द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 1 द्वारा Kaushik Dave अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी