Kale color ki dayri aur ek naam book and story is written by प्रियंका गुप्ता in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Kale color ki dayri aur ek naam is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. काले कवर की डायरी और एक नाम प्रियंका गुप्ता द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 14 1.1k Downloads 5.6k Views Writen by प्रियंका गुप्ता Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण हम उसी शाम मिले थे...। बहुत सारी उदास शामों की तरह वो भी तो एक अटपटी सी शाम थी...और पता नहीं क्यों उस दिन लाल बाग जाने का इरादा त्याग कर मैं सैंकी टैंक आ गया था...। वहाँ किनारे लगी बेन्चों पर बैठ के अपनी तरह उदास झील को ताकते रहना मुझे बेहद पसन्द था...। सच कहूँ तो अकेले होकर भी वहाँ अकेलापन नहीं लगता था...। उस रोज भी मैं बेवजह झील के किनारे लगी रेलिंग पर हल्का झुका हाथों में वहीं से बटोरे गए कंकड़ों को एक-एक करके झील में फेंकता जा रहा था, कि तभी पीछे से वो आ गई, एक्सक्यूज़ मी...क्या आप मेरी एक पिक खींच देंगे...? More Likes This बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi कामवासना से प्रेम तक - भाग - 5 द्वारा सीमा कपूर My Devil Hubby Rebirth Love - 23 द्वारा Naaz Zehra अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी