कहानी "इतने बूढ़े भी नहीं कि न समझे" में एक बेटे ने अपने पिता को निर्देश दिया कि वे उसके दोस्तों के आने पर घर के अंदर रहें और बाहर न आएं क्योंकि वे बूढ़े हो गए हैं और उन्हें समझ नहीं आएगा। पिता, अशोक, ने अपने बेटे निखिल के लिए बहुत बलिदान किए हैं, लेकिन बेटे की इस बात से दुखी हैं। अशोक ने अपने दोस्त सुरेश से अपनी चिंता साझा की। सुरेश ने अशोक को बताया कि यह पीढ़ी अंतराल का परिणाम है, जहां युवा अपने अधिकारों पर जोर देते हैं और बुजुर्गों की सलाह को नजरअंदाज करते हैं। सुरेश ने अशोक को सलाह दी कि उन्हें अपने जीवन में बदलाव लाना चाहिए और नए तरीके से जीने की कोशिश करनी चाहिए, बजाय इसके कि वे अपने बच्चों के व्यवहार से निराश हों। यह कहानी पिता-पुत्र के संबंधों, पीढ़ी अंतराल और बुजुर्गों की समझदारी को लेकर सवाल उठाती है। अशोक का संघर्ष यह दर्शाता है कि वह समझने के लिए न तो बहुत छोटे हैं और न ही बहुत बूढ़े, बल्कि उन्हें अपने अनुभवों के माध्यम से नए तरीके से जीवन जीने की जरूरत है। इतने बूढ़े भी नहीं कि न समझे r k lal द्वारा हिंदी मानवीय विज्ञान 26 1.9k Downloads 6.8k Views Writen by r k lal Category मानवीय विज्ञान पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण इतने बूढ़े भी नहीं कि न समझे आर 0 के 0 लाल एक बेटे ने अपने पिता को निर्देश दिया कि उसके कुछ दोस्त आज उससे मिलने घर आ रहे हैं। जब तक उसके दोस्त ड्राइंग रूम में हों तब तक आप कृपा करके घर के अंदर ही रहिएगा। अगर किसी कारण से आपको वहां आना पड़े तो जल्दी ही कोई न कोई बहाना करके कमरे से चले जाइएगा। उसके पिताजी ने पूछा- ऐसा क्यों बेटा।अप्रत्याशित रूप से बेटे ने उत्तर दिया- “पिताजी देखिए अब आप बूढ़े हो गए हैं। आपको यह सब समझ में नहीं आएगा। आपसे More Likes This Why Did The Man Go - 1 द्वारा Sadik Pathan 01 जवान लड़का – भाग 1 द्वारा Katha kunal दा आर्ट ऑफ फ्लर्टिंग - भाग 1 द्वारा saif Ansari मंजिले - भाग 22 द्वारा Neeraj Sharma मौत और पुनः जिन्दा होने के बीच का अनुभव द्वारा S Sinha जाको राखे साइया द्वारा S Sinha जब मुर्दे जी उठे द्वारा S Sinha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी