कहानी "हवाओं से आगे" में अतुल और ज़ाहिदा की जिंदगी की जद्दोजहद को दर्शाया गया है। वे अहमदाबाद के जुहापुरा इलाके में एक अनधिकृत कॉलोनी में एक फ्लैट खरीदते हैं, जहाँ उन्हें अपने धर्म और पहचान के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आर्थिक मंदी और कर्फ्यू के बीच, दोनों ने मिलकर अपने लिए एक घर बनाने की कोशिश की। ज़ाहिदा ने घर को सुंदर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, जबकि लिफ्ट की अनुपस्थिति ने उनके जीवन को कठिन बना दिया। अतुल की माँ, जो शुरुआत में ज़ाहिदा के प्रति कठोर थीं, अब अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए नरम पड़ने लगी हैं। हालांकि, ज़ाहिदा को जल्द ही यह एहसास होता है कि परिवार की महिलाएं उसकी सहूलियतों के लिए नहीं बल्कि अपनी परंपराओं के अनुसार तैयारी कर रही हैं। यह कहानी सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना करने वाले एक परिवार की संघर्षशीलता को उजागर करती है। हवाओं से आगे - 22 Rajani Morwal द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 2 1.8k Downloads 4.8k Views Writen by Rajani Morwal Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण “मैं भी तो नाम और हुलिया बदलकर जीते-जीते तंग आ चुकी हूँ” “जब आमिर खान, इमरान हाशमी जैसे नामी-गिरामी हस्तियों को अपने मजहब की वजह से मकान खरीदने में समस्या होती है तो ऐसे मुल्क में हम जैसे आम नागरिक अपने लिए ठिकाना कैसे जुटाएं ?” अगले कुछ महीनों में अतुल ने कोशिश करके अपना तबादला अहमदाबाद करवा लिया था, वहीं के जुहापुरा इलाके में उसने दलाल के मार्फ़त एक बिल्डर से बात की थी जिसने आज़ादी के समय सिन्ध से आए मुसलमानों, ईसाईयों और स्थानीय मुसलामानों की मिलीजुली रिहायशी कॉलोनी में एक मकान पक्का करवा दिया था हालांकि कॉलोनी अनाधिकारिक थी पर बिल्डर को उम्मीद थी कि आने वाले कुछ महीनों में वह कुछ न कुछ जुगाड़ बिठाके कॉलोनी को रजिस्टर्ड करवा ही लेगा Novels हवाओं से आगे “जाना है... जाने दो हमें... छोरो, न... चल परे हट लरके ! ए दरोगा बाबू सुनत रहे हो !” “क्या चूँ-चपड़ लगा रखी है तुम लोगों ने ?” दारोगा ज़रा नाराज़ लहज़े मे... More Likes This सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 1 द्वारा Kaushik Dave बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 2 द्वारा Maya Hanchate Lunar Blood - 2 द्वारा Sameer Kumar पतझड़ के बाद - एक सच्चा इंतजार - 1 द्वारा Neha kariyaal एक अंधे मोहब्बत की एक अंधेरी कहानी - 1 द्वारा Zulekha Ansari मैं अनिका हूँ - और अब पूरी हूँ - 1 द्वारा Aarti w यशस्विनी - 1 द्वारा Dr Yogendra Kumar Pandey अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी