Kuch badlav jaruri book and story is written by Ajitesh Arya Firenib in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Kuch badlav jaruri is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. कुछ बदलाव ज़रूरी Ajitesh Arya Firenib द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 6 1.3k Downloads 5.3k Views Writen by Ajitesh Arya Firenib Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण "बदलते वक़्त पर कुछ ही लोगों का हक है क्या?" अपनी मम्मी से शिवाली ने पूछा, घर में चर्चा ज़ोरों पर थी, अठ्ठईस वर्षीया शिवाली जो सरकारी बैंक में मैनेजर हो गई है उसके लिए योग्य वर कौन सा हो सकता है ? घर के सभी सदस्य अपनी - अपनी राय देने में लगे थे, इसमें सबसे महत्वपूर्ण राय पापा और ताऊजी की थी, क्योंकि बाहर के अपने तुपने और मतलब परस्त रिश्तों को सींचने का काम मध्यम वर्गीय परिवारों में आज भी पुरुषों का ही होता है, मम्मी ने कहा " बेटा क्या है ये , इतनी समझदार हो More Likes This बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi कामवासना से प्रेम तक - भाग - 5 द्वारा सीमा कपूर My Devil Hubby Rebirth Love - 23 द्वारा Naaz Zehra अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी