ज्ञानचंद अस्पताल के आईसीयू के बाहर परेशान होकर टहल रहा था। एक नर्स उसे बताती है कि उसके बेटे के पास कम समय है और वह उससे बात करना चाहता है। ज्ञानचंद अपनी बहू के साथ आईसीयू में जाता है, जहां उसका बेटा आखिरी सांसें ले रहा होता है। बेटे ने ज्ञानचंद को बताया कि 30 साल पहले उसने अपने मित्र कैलाश को 5000 रुपये उधार लेकर धोखे से हत्या कर दी थी। ज्ञानचंद हैरान होता है, क्योंकि इस बात का किसी को नहीं पता था। बेटे ने बताया कि वह कैलाश का पुनर्जन्म है और उसे अपने पिता के अपराधों की सच्चाई बताने के लिए भेजा गया है। उसने ज्ञानचंद को याद दिलाया कि उसने अपने धन के लिए कितनी बुरी स्थिति में अपने माता-पिता को छोड़ा। ज्ञानचंद की पत्नी भी वहां थी और बेटे ने बताया कि वह भी उस समय वहां थी, जब उसकी हत्या हुई थी, लेकिन उसने मदद नहीं की। बेटे की बातें सुनकर ज्ञानचंद को अपराध बोध होता है। उसने अपने आप को पुलिस के हवाले किया, लेकिन उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला और उसे छोड़ दिया गया। अब वह गलियों में अपनी कहानी सुनाता है, लेकिन लोग उसे पागल समझते हैं, जो शायद भगवान का इंसाफ है। कर्ज Daisy द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 3 987 Downloads 6.3k Views Writen by Daisy Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण ज्ञानचंद अस्पताल के आईसीयू बाहर परेशान सा टहल रहा है ।तभी आईसीयू से बाहर एक नर्स ज्ञानचंद को बोलती है ,आपके बेटे के पास कम समय है वह आपसे कुछ बात करना चाहता है और अपनी पत्नी को भी बुला रहा है।ज्ञानचंद अपनी बहू को लेकर आईसीयू में जाता है सामने उसका बेटा आखिरी सांसें ले रहा है। ज्ञानचंद अपने बेटेेे के पास पहुंचता है। हां ,बोलो बेटा कुछ कहना चाहतेे हो!! हां पिताजी, मैंं आपसे कुछ कहना चाहता हूं हांं बेटा बोलो ।पिताजी आप दिल्ली आने से पहले ऊटी रहते थे। तुम्हार एक दोस्त जिसका नाम कैलाश था। तुम्हारा More Likes This रुह... - भाग 8 द्वारा Komal Talati उज्जैन एक्सप्रेस - 1 द्वारा Lakhan Nagar माँ का आख़िरी खत - 1 द्वारा julfikar khan घात - भाग 1 द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 2 द्वारा Kaushik Dave चंदन के टीके पर सिंदूर की छाँह - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha गाजा वार - भाग 1 द्वारा suhail ansari अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी