कहानी "घुसपैठिए से आखिरी मुलाक़ात के बाद" में, लेखक प्रदीप श्रीवास्तव ने लखनऊ में मानसून के आगमन की स्थिति का वर्णन किया है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, मानसून एक हफ्ते देर से आया है। लेखक के साथी फोटोग्राफर अरूप पाल ने बादलों की कई तस्वीरें खींची हैं, लेकिन लेखक को उनमें कोई खास चीज नहीं दिखती। वह अरूप से और बेहतर तस्वीरें लाने के लिए कहता है। लेखक जल्दी से अपने पेज को तैयार करता है क्योंकि उसे फतेहपुर में कमला वर्मा से मिलने जाना है। फतेहपुर की यात्रा में उसे दो घंटे लगते हैं। वह अपनी साप्ताहिक छुट्टी के एक दिन पहले यात्रा की योजना बनाता है। कहानी में यह भी दर्शाया गया है कि उनके समाचार पत्र की स्थिति खराब हो रही है, क्योंकि मालिक की राजनीतिक शक्ति कम हो गई है और इसके चलते फंड की कमी आ रही है। स्टाफ पर विज्ञापन लाने का दबाव बढ़ रहा है, जिससे कई प्रतिभाशाली लोग नौकरी छोड़ रहे हैं। कहानी में एक भावनात्मक और तनावपूर्ण वातावरण का निर्माण किया गया है, जो पत्रकारिता के क्षेत्र में चुनौतियों को उजागर करता है। घुसपैठिए से आखिरी मुलाक़ात के बाद - 1 Pradeep Shrivastava द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 7k 3.3k Downloads 8k Views Writen by Pradeep Shrivastava Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण पिछली तीन बार की तरह इस बार भी मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही निकली कि लखनऊ में मानसून करीब हफ्ते भर देर से पहुंचेगा। मानसून विभाग द्वारा बताए गए संभावित समय को बीते दो दिन नहीं हुए थे कि लक्ष्मण की नगरी लखनऊ के आसमान में बादल नज़र आने लगे थे। मेरा बेहद भावुक किस्म का साथी फोटोग्रॉफर पत्रकार अरूप पाल आसमान में चहलकदमी करते मानसूनी बादलों की कई फोटो खींच कर ऑफ़िस में मेरे सिस्टम में लोड कर गया था। मैंने उन सब फोटुओं पर एक नज़र डाली। मगर उनमें से कोई भी मुझे कुछ ख़ास नहीं लगी कि मैं उसे अखबार के लोकल पेज पर लगा कर कोई कैप्शन देता। Novels घुसपैठिए से आखिरी मुलाक़ात के बाद पिछली तीन बार की तरह इस बार भी मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही निकली कि लखनऊ में मानसून करीब हफ्ते भर देर से पहुंचेगा। मानसून विभाग द्वारा बताए गए संभावि... More Likes This Operation Mirror - 3 द्वारा bhagwat singh naruka DARK RVENGE OF BODYGARD - 1 द्वारा Anipayadav वाह साहब ! - 1 द्वारा Yogesh patil मेनका - भाग 1 द्वारा Raj Phulware बेवफाई की सजा - 1 द्वारा S Sinha RAJA KI AATMA - 1 द्वारा NOMAN क्लियोपेट्रा और मार्क एंथनी द्वारा इशरत हिदायत ख़ान अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी