राकेश और उसके दोस्त पचमढी की यात्रा पर जाते हैं। रास्ते में, वे राकेश की मित्र मानसी और उसकी बहन पल्लवी से मिलते हैं। आनंद, जो पल्लवी की सुंदरता से प्रभावित होता है, उसे ध्यान से देखता है। राकेश मानसी और पल्लवी से पचमढी चलने का अनुरोध करता है, और दोनों बहनें अपनी माँ से अनुमति लेकर उनके साथ चली जाती हैं। पचमढी पहुँचने पर, वे एक होटल में रुकते हैं और शाम को बातचीत करते हैं। आनंद राकेश से पूछता है कि उसकी और मानसी की मित्रता कैसे शुरू हुई। राकेश बताता है कि चार साल पहले, एक बैठक में उसकी मुलाकात मानसी से हुई थी। उसने मानसी को यह बताया कि वह कवि बनना चाहता था, और मानसी ने उसे प्रेरित किया। राकेश ने मानसी के कहने पर प्रेम पर एक कविता लिखी, जिसे उसने सभी के सामने प्रस्तुत किया। कविता सुनकर सभी राकेश की तारीफ करते हैं, और गौरव यह कहकर आश्चर्यचकित होता है कि वह राकेश को एक उद्योगपति के रूप में जानता था, लेकिन उसे अब राकेश के कवि हृदय के बारे में पता चला। अंत में, आनंद पल्लवी से उसके बारे में जानने के लिए पूछता है। रात ११ बजे के बाद --भाग २ Rajesh Maheshwari द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 3.7k 3.6k Downloads 7.9k Views Writen by Rajesh Maheshwari Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण खूबसूरत जगह है। आप जब भी पचमढी आए मेरे घर जरूर आइयेगा। यह सुनकर राकेश कहता है कि नेक काम में देर क्यों की जाए। अगले सप्ताह ही तीन चार दिन मेरे आफिस की छुट्टी रहेगी, क्यों ना उस समय पचमढी घूमने चला जाए। यह सुनकर आनंद और मानसी भी अपनी सहमति प्रदान कर देते हैं। अगले सप्ताह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राकेश और आनंद गौरव को साथ लेकर पचमढी जाने के लिये प्रस्थान करते है और रास्ते में मानसी के घर रूकते हैं। वहाँ पर उसकी माँ, बहन पल्लवी से मुलाकात होती है। पल्लवी बहुत सुंदर और Novels रात के ग्यारह बजे के बाद राकेश और गौरव गहन सदमे की स्थिति में थे उन्हें विश्वास नही हो रहा था कि उनका मित्र आनंद अब इस दुनिया में नही हैं। राकेश ने गौरव से कहा कि मानव जीवन बह... More Likes This DARK RVENGE OF BODYGARD - 1 द्वारा Anipayadav वाह साहब ! - 1 द्वारा Yogesh patil मेनका - भाग 1 द्वारा Raj Phulware बेवफाई की सजा - 1 द्वारा S Sinha RAJA KI AATMA - 1 द्वारा NOMAN क्लियोपेट्रा और मार्क एंथनी द्वारा इशरत हिदायत ख़ान राख की शपथ: पुनर्जन्मी राक्षसी - पाठ 1 द्वारा Arianshika अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी