Mistri book and story is written by Kiran Rajpurohit Nitila in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Mistri is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मिस्त्री Kiran Rajpurohit Nitila द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 4 925 Downloads 3.8k Views Writen by Kiran Rajpurohit Nitila Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण उदय अपने जूते और कपड़े इधर-उधर फैला कर कुर्सी पर बैठ चुका था। दीपा ने बैग ,कपड़े समेट कर घर के कपड़े टेबल पर लाकर रखे और इषारा किया कि ‘ कपड़े बदल लो‘ पर गेम खेलने की बेताबी ने स्क्रीन पर से नजर हटाने नहीं दी। इस पर डपटते हुए आदेष दिया उसने। उसके लिये खाना और दूध टेबल पर लाकर रखा। खाना देखकर मुंह बिगाड़ा और दूध पीकर फिर खेलने में मषगूल हो गया। तभी बरामदे में से धप्प की आवाज आई। झांक कर देखा तेज धूप अपने विकराल रुप में पसरी थी। बेचारी छाया डरती-मरती कहीं इधर-उधर More Likes This मंजिले - भाग 12 द्वारा Neeraj Sharma रिश्तों की कहानी ( पार्ट -१) द्वारा Kaushik Dave बेजुबान - 1 द्वारा Kishanlal Sharma खामोशी का रहस्य - 1 द्वारा Kishanlal Sharma अकेलापन जिंदगी - 1 द्वारा Wow Mission successful सनम बेवफा - 3 द्वारा Kishanlal Sharma धोखा या इश्क - 1 द्वारा aruhi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी