swarg ke rakshas book and story is written by Ved Prakash Tyagi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. swarg ke rakshas is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. स्वर्ग के राक्षस Ved Prakash Tyagi द्वारा हिंदी लघुकथा 30 1.6k Downloads 10.4k Views Writen by Ved Prakash Tyagi Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण स्वर्ग के राक्षस “भैया मेरी बात मानो और अब धीरे धीरे अपना कारोबार श्रीनगर से समेट कर जम्मू में जमाना शुरू कर दो, जिस तरह यहाँ पर कट्टरवाद और आतंकवाद बढ़ रहा है कुछ दिन बाद हम पंडितों का यहाँ पर रहना मुश्किल हो जाएगा।”रमेश अपने बड़े भाई पंडित राजेश्वर से बात कर ही रहा था तभी हामिद मियां भी वहाँ पहुँच गए और दोनों भाइयों की वार्तालाप सुनने लगे।हामिद मियां का पंडित राजेश्वर के यहाँ बहुत आना जाना था, बच्चे भी उसको हामिद चाचा कहकर बुलाते थे।रमेश की बात काटते हुए हामिद ने कहा, “भाई आप क्या बातें कर More Likes This True Love द्वारा Misha Nayra मज़बूत बनकर लौटा समन्दर द्वारा LOTUS पाठशाला द्वारा Kishore Sharma Saraswat डिप्रेशन - भाग 1 द्वारा Neeta Batham मोहब्बत - पार्ट 1 द्वारा mohammad sadique सनातन - 2 द्वारा अशोक असफल वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती द्वारा R B Chavda अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी