JagMohan book and story is written by zeba praveen in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. JagMohan is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. Papa aap kaha chale gye zeba Praveen द्वारा हिंदी लघुकथा 3 1.7k Downloads 4.9k Views Writen by zeba Praveen Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण त्यौहारों की ख़ुशी सबसे ज़्यादा बच्चो में होती हैं,या यूँ कह्ने बच्चो की वजह से ही त्यौहार अच्छे लगते हैं,दोनों शब्द अलग हैं और थोड़े बहुत मायने भी लेकिन सच तो यह हैं कि बच्चे ही त्यौहारों के रौनक होते हैं,जग्गू जो एक,तीन साल का लड़का हैं जिसका पूरा नाम जगदीश हैं | उसके बाबा ई-रिक्शा चलाता हैं और साथ में सब्जी मंडी में अपना रेड़ी लगाता हैं,नाम हैं मोहन,मोहन के लिए जग्गू पूरी ज़िन्दगी है वो उसे अपने से बेहतर ज़िन्दगी देना चाहता हैं,उसी के लिए तो मोहन अपना दो-दो बिज़नेस चला रहा था,मोहन ने उसके पढ़ने के लिए More Likes This वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती द्वारा R. B. Chavda दादीमा की कहानियाँ - 2 द्वारा Ashish My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah मझली दीदी द्वारा S Sinha बुजुर्गो का आशिष - 2 द्वारा Ashish नो मोर अभी नहीं द्वारा S Sinha अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी