समदपुर नामक एक गांव में तेजस नाम का एक व्यक्ति रहता था, जिसके दो बेटे थे। तेजस चाहता था कि उसके बहुओं के बेटे हों, लेकिन उसकी बहुएं दो बेटियों को जन्म देती थीं। तेजस ने दुखी होकर उन बेटियों को मारने का निर्णय लिया, यह सोचते हुए कि परिवार का नाम रोशन नहीं हो रहा। लेकिन तेजस की बहुएं चालाक थीं, उन्होंने अपनी बेटियों को छुपा लिया और उन्हें अपने-अपने घरों में पाला। बेटियां, शिल्पी और कामिनी, बड़ी होकर स्कूल में टॉपर बन गईं और उन्होंने कई परीक्षाओं में अव्वल स्थान प्राप्त किया। इस बीच, तेजस अपनी बहुओं के बिना संतान होने के कारण दुखी था और पड़ोसियों की बेटियों की सफलता से जलता रहा। एक दिन, जब तेजस अपनी गलतियों पर पछता रहा था, उसकी बहू ने बताया कि शिल्पी और कामिनी उनकी ही बेटियां हैं। यह सुनकर तेजस दंग रह गया और उसने माफी मांगी। कहानी "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" का संदेश देती है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ - बेटी बचाओ Surya Pratap Ball Ji द्वारा हिंदी प्रेरक कथा 6 1.5k Downloads 8k Views Writen by Surya Pratap Ball Ji Category प्रेरक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ More Likes This नारद भक्ति सूत्र - 13. कर्म फल का त्याग द्वारा Radhey Shreemali कोशिश - अंधेरे से जिंदगी के उजाले तक - 3 - (अंतिम भाग) द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR काफला यूँ ही चलता रहा - 1 द्वारा Neeraj Sharma डॉ. बी.आर. अंबेडकर जीवन परिचय - 2 द्वारा Miss Chhoti हर कदम एक नई जंग है - 1 द्वारा Sumit Sharma दया का महत्व द्वारा DINESH KUMAR KEER इंतेक़ाम - भाग 1 द्वारा Mamta Meena अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी