farz book and story is written by Rudra Sanjay Sharma in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. farz is also popular in Poems in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. फ़र्ज़ - काव्य शिर्षक Rudra S. Sharma द्वारा हिंदी कविता 8 3.8k Downloads 12.2k Views Writen by Rudra S. Sharma Category कविता पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण केन्द्रीय भाव-प्रस्तुत कविता की रचना मैंने यानी रूद्र संजय शर्मा ने की है। जब बच्चा छोटा रहता है तब माता-पिता उसके पालन-पोषण के लिए सफल सफल प्रयास करते हैं परंतु जब बच्चा बड़ा होता है वह अपने माता पिता के द्वारा किए गए एहसानों को भूल जाता है ।उनहे लावारिस छोड देता है ।इसका कारण केवल और केवल स्वार्थ है मेरे अनुसार अगर भारत नामक भाव विश्व ले आता है तो बड़ी से बड़ी सामाजिक समस्या समाप्त हो सकती है माता पिता के कर्म एवं पुत्र के कर्म में अंतर मेरी कविता के माध्यम से मैंने बताया है। More Likes This मी आणि माझे अहसास - 98 द्वारा Darshita Babubhai Shah लड़के कभी रोते नहीं द्वारा Dev Srivastava Divyam जीवन सरिता नोंन - १ द्वारा बेदराम प्रजापति "मनमस्त" कोई नहीं आप-सा द्वारा उषा जरवाल कविता संग्रह द्वारा Kaushik Dave मेरे शब्दों का संगम द्वारा DINESH KUMAR KEER हाल ए दिल द्वारा DINESH KUMAR KEER अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी