इंजी सुरेंद्र श्रीवास्तव एक कुशल आर्किटेक्ट हैं, जिन्होंने कई इमारतों का निर्माण किया है। एक सहकारी बैंक के निर्माण के दौरान, जब निरीक्षण के लिए जनप्रतिनिधि और सरकारी अधिकारी पहुंचे, तो उन्होंने सुझाव दिया कि इमारत को भूकंप के लिए अधिक मजबूत बनाया जाए। श्रीवास्तव जी ने सहमति जताई, लेकिन बाद में अपने निर्देश वापस लेकर अपनी पूर्व योजना के अनुसार काम करने लगे। उन्होंने भरोसा किया कि इमारत भूकंप में सुरक्षित रहेगी। जब बाद में भूकंप आया और इमारत को कोई नुकसान नहीं पहुँचा, तो निरीक्षक अपनी दूरदर्शिता पर गर्व महसूस करने लगे, जबकि श्रीवास्तव जी का आत्मविश्वास और बढ़ गया। जब उन्हें पता चला कि श्रीवास्तव जी ने उनके सुझावों का पालन नहीं किया, तो उन्होंने उनके अनुभव की सराहना की। दूसरी कहानी में, लायंस इंडिया क्लब के वार्षिक समारोह में अंजनी और तेजल नामक नवविवाहित गायक कलाकारों से लेखक की मुलाकात होती है। उन्होंने लेखक से आशीर्वाद मांगा, जिससे लेखक भावुक हो गए। दोनों गायक नौकरी की तलाश में थे और लेखक से मार्गदर्शन चाहते थे। लेखक ने उन्हें गायन में आगे बढ़ने के लिए प्रतिदिन संगीत साधना करने की सलाह दी। जीवन को सफल नही सार्थक बनाये भाग -२ Rajesh Maheshwari द्वारा हिंदी प्रेरक कथा 7 3.9k Downloads 9.7k Views Writen by Rajesh Maheshwari Category प्रेरक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण 9. अनुभव इंजी सुरेंद्र श्रीवास्तव एक अच्छे आर्किटेक्ट माने जाते हैं। उनके कुशल मार्गदर्शन में नगर की अनेक इमारतों का निर्माण संपन्न हुआ है। एक सहकारी बैंक का निर्माण भी उनके मार्गदर्शन में हो रहा था। एक दिन उस निर्माणाधीन इमारत के निरीक्षण हेतु जनप्रतिनिधिगण शासकीय अधिकारीयों के साथ पहुँचते हैं। वे अवलोकन के दौरान अपना सुझाव देते हैं कि भूकंप के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से इमारत को अधिक मजबूती प्रदान करने हेतु समुचित प्रावधान कर दें ताकि किसी प्रकार की कोई समस्या भविष्य में निर्मित ना हो। यह सुनकर श्रीवास्तव जी ने अपनी सहमति व्यक्त करते हुये Novels जीवन को सफल नही सार्थक बनाए आत्म कथ्य जीवन और हम जीवन में असफलताओं को करो स्वीकार मत होना निराश इससे होगा वास्तविकता का अहसास। असफलता को सफलता में परिवर्तित करने का करो प्रयास।... More Likes This जादुई मुंदरी - 1 द्वारा Darkness दस महाविद्या साधना - 1 द्वारा Darkness श्री गुरु नानक देव जी - 1 द्वारा Singh Pams शब्दों का बोझ - 1 द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR नारद भक्ति सूत्र - 13. कर्म फल का त्याग द्वारा Radhey Shreemali कोशिश - अंधेरे से जिंदगी के उजाले तक - 3 - (अंतिम भाग) द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR काफला यूँ ही चलता रहा - 1 द्वारा Neeraj Sharma अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी