इस कहानी में एक व्यक्ति अपनी गाड़ी की सर्विस कराने के बाद ऑटो रिक्शा से घर लौटता है। ऑटो ड्राइवर से बातचीत के दौरान वह महंगाई और सरकारी नौकरी के बारे में चर्चा करते हैं। ड्राइवर का कहना है कि आरक्षण के कारण सरकारी नौकरी पाना मुश्किल है और प्राइवेट सेक्टर में मेरिट की कद्र नहीं है, जहाँ चाटुकारिता जरूरी होती है। वह खुद एक कवि है लेकिन परिवार का खर्च चलाने के लिए ऑटो चलाता है। जब ड्राइवर को किराए में से केवल 30 रुपये लेने की बात आती है, तो वह अपनी आत्म-सम्मान की बात करता है और यह बताता है कि वह पैसे के लिए मालिक की हाँ में हाँ नहीं मिलाता। अंत में, कहानीकार इस बातचीत से प्रभावित होता है और सोचता है कि सहना और चाटुकारिता भी एक प्रकार की प्रतिभा है, जैसे कि कर्मचारी मालिक के आगे दुम हिलाते हैं। कॉर्पोरेट गधे Ajay Amitabh Suman द्वारा हिंदी हास्य कथाएं 20 2.2k Downloads 8.6k Views Writen by Ajay Amitabh Suman Category हास्य कथाएं पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण आज दिल्ली में गर्मी आपने उफान पे थी। अपनी गाड़ी की सर्विस कराने के लिए मै ओखला सर्विस सेंटर गया था। गाड़ी छोड़ने के बाद वहां से लौटने के लिए ऑटो रिक्शा ढूंढने लगा। थोड़ी ही देर में एक ऑटो रिक्शा वाला मिल गया। मैंने उसे बदरपुर चलने को कहा। उसने कहा ठीक है साब कितना दे दोगे ? मैंने कहा: भाई मीटर पे ले चलो ,अब तो किराया भी बढ़ गया है ,अब क्या तकलीफ है? उसने कहा :साहब महंगाई बढ़ गयी है इससे काम नहीं चलता। मैं सोच रहा था अगर बेईमानी चरित्र में More Likes This Check-In हुआ, Check-Out नहीं! - अध्याय 3 द्वारा Sakshi Devkule मोहब्बत की दास्तान - 1 द्वारा Vishal Saini शोसल मीडिया और भगवत प्रसाद - 1 द्वारा saif Ansari हास्यास्त्र भाग–१ द्वारा Bhaveshkumar K Chudasama थ्री बेस्ट फॉरेवर - 1 द्वारा Kaju मैं मंच हूँ द्वारा Dr Mukesh Aseemit प्यार बेशुमार - भाग 8 द्वारा Aarushi Thakur अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी