यह कहानी "आईना तुम्हारा है" शीर्षक से है और इसका मुख्य विषय देशभक्ति और मानवता की सेवा है। लेखक अपनी मातृभूमि के प्रति प्रेम और समर्पण व्यक्त करते हैं। वे जन्नत को अपनी मिट्टी पर लुटाने, तिरंगे में लिपटकर शहीदों की याद में अपनी जिंदगी देने की इच्छा रखते हैं। कविता में यह भी बताया गया है कि लेखक गरीबों की समस्याओं को समझते हैं और महंगाई मिटाने का संकल्प लेते हैं। वे धार्मिक मतभेदों को मिटाकर सभी के लिए एकता और भाईचारे की भावना का प्रचार करते हैं। सारांश में, यह रचना एक सकारात्मक और प्रेरणादायक संदेश देती है कि हमें नफरत को मिटाकर, प्रेम और मानवता के लिए काम करना चाहिए। आईना तुम्हारा है Anand Gurjar द्वारा हिंदी कविता 4 2.2k Downloads 8.3k Views Writen by Anand Gurjar Category कविता पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण प्रेम भावनाओं के साथ हिंदी ग़ज़ल के माध्यम से वर्तमान समय की हकीकत को प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है । More Likes This Shyari form Guri Baba - 4 द्वारा Guri baba मन की गूंज - भाग 1 द्वारा Rajani Technical Lead मी आणि माझे अहसास - 98 द्वारा Darshita Babubhai Shah लड़के कभी रोते नहीं द्वारा Dev Srivastava Divyam जीवन सरिता नोंन - १ द्वारा बेदराम प्रजापति "मनमस्त" कोई नहीं आप-सा द्वारा उषा जरवाल कविता संग्रह द्वारा Kaushik Dave अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी