यह कहानी "बोसकोंब वैली का रहस्य" से संबंधित है, जिसमें एक मृत्यु समीक्षक और एक साक्षी के बीच बातचीत होती है। मृत्यु समीक्षक पूछता है कि क्या साक्षी के पिता ने मरने से पहले कोई बयान दिया था। साक्षी बताती है कि उसके पिता ने कुछ शब्द बुदबुदाए थे, जिसमें वह किसी चूहा की ओर इशारा कर रहे थे, लेकिन वह उसे समझ नहीं पाई। जब मृत्यु समीक्षक साक्षी से पूछता है कि उसके और उसके पिता के बीच अंतिम झगड़ा किस विषय पर हुआ था, तो साक्षी इसका जवाब देने से मना कर देती है। मृत्यु समीक्षक उसे बताता है कि उसे इस पर जोर देना पड़ेगा, और साक्षी यह कहती है कि उसके लिए बताना बहुत मुश्किल है, लेकिन वह आश्वस्त करती है कि झगड़े और बाद की दुर्घटना के बीच कोई संबंध नहीं है। मृत्यु समीक्षक चेतावनी देता है कि उसका जवाब न देना उसके मामले को भविष्य में नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। यह कहानी एक रहस्य और तर्क-वितर्क के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसमें साक्षी की स्थिति और उसके पिता की मृत्यु के संदर्भ में जिज्ञासा बनी रहती है। बोसकोंब वैली का रहस्य - 2 Sir Arthur Conan Doyle द्वारा हिंदी रोमांचक कहानियाँ 53 3.9k Downloads 8.3k Views Writen by Sir Arthur Conan Doyle Category रोमांचक कहानियाँ पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण “मृत्यु समीक्षक: क्या तुम्हारे पिता ने मरने के पहले कोई बयान दिया?” “साक्षी: वो कुछ शब्द बुदबुदाए मगर मैं उसमें इतना ही समझ पाया कि उनका इशारा किसी रैट की तरफ़ था।” “मृत्यु समीक्षक: तुम उससे क्या समझे?” “साक्षी: उनकी बातों से में कोई अर्थ नहीं निकाल पाया। मुझे लगा कि वो भ्रांतचित्त थे।” “मृत्यु समीक्षक: तुम्हारे और तुम्हारे पिता के बीच में वो आख़री झगड़ा किस बात को लेकर हुआ था?“ “साक्षी: मैं इसका जवाब नहीं देना पसंद करूँगा।” “मृत्यु समीक्षक: मुझे डर है कि मुझे इस बात पर ज़ोर देना होगा।” Novels बोसकोंब वैली का रहस्य एक सुबह मैं और मेरी पत्नी नाश्ते की टेबल पे बैठे थे जब नौकरानी एक तार लेके आइ। यह तार शेरलोक हॉम्ज़ की तरफ़ से था जिसमें संदेश कुछ ऐसा था: “क्या आप क... More Likes This आर्यावर्त (अंधकार का अभ्युदय) - 1 द्वारा sunita maurya चंद्रवंशी - अध्याय 4 द्वारा yuvrajsinh Jadav स्वर्गीय विद्रोह - 1 द्वारा Sameer Kumar दोस्तों के गाँव की यात्रा द्वारा Sonu Rj Skylord - Part 1 द्वारा skylord एक अंजानी दोस्ती - पार्ट 2 द्वारा krick मैं - भाग 1 द्वारा Ankit Kumar अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी