इस अध्याय में वरदासुंदरी अपनी ब्रह्म सहेलियों को आमंत्रित करती हैं और उनकी सभा छत पर होती है। हरिमोहिनी, जो साधारण और सरल हैं, उनकी मेज़बानी करती हैं, लेकिन उन्हें पता चलता है कि उनकी सहेलियाँ उनकी अवज्ञा कर रही हैं। वरदासुंदरी हिंदू समाज के आचार-व्यवहार की आलोचना करती हैं और सुचरिता अपनी मौसी के समर्थन में चुप रहती हैं, हालाँकि वह भी अपने आपको हरिमोहिनी के पक्ष में दिखाने की कोशिश करती हैं। जब खाने-पीने का आयोजन होता है, तो सुचरिता यह कहकर भाग जाती हैं कि वह नहीं खाएंगी और उनके बारे में टिप्पणी की जाती है कि वह "महा हिंदू" हो गई हैं। एक दिन, जब एक ब्रह्म लड़की हरिमोहिनी के कमरे में प्रवेश करने की कोशिश करती है, तो सुचरिता उसे रोक देती हैं और बताती हैं कि वहाँ ठाकुर हैं। हरिमोहिनी यह स्वीकार करती हैं कि वह पूजा करती हैं। इस तरह, सुचरिता अपने धर्म और परंपराओं को लेकर अडिग रहती हैं, चाहे उनकी सहेलियाँ उनके खिलाफ क्यों न हों। गोरा - 11 Rabindranath Tagore द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 4 2.8k Downloads 9.1k Views Writen by Rabindranath Tagore Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण वरदासुंदरी जब-तब अपनी ब्रह्म सहेलियों को निमंत्रण देने लगीं। बीच-बीच में उनकी सभा छत पर ही जुटती। हरिमोहिनी अपनी स्वाभाविक देहाती सरलता से स्त्रियों की आव-भगत करतीं, लेकिन यह भी उनसे छिपा न रहता कि वे सब उनकी अवज्ञा करती हैं। यहाँ तक कि उनके सामने ही वरदासुंदरी हिंदुओं के सामाजिक आचार-व्यवहार के बारे में तीखी आलोचना शुरू कर देतीं और उनकी सहेलियाँ भी विशेषरूप से हरिमोहिनी को निशाना बनाकर उसमें योग देतीं। Novels गोरा वर्षाराज श्रावण मास की सुबह है, बादल बरसकर छँट चुके थे, निखरी चटक धूप से कलकत्ता का आकाश चमक उठा है। सड़कों पर घोड़ा-गाड़ियाँ लगातार दौड़ रही हैं, फेर... More Likes This गड़बड़ - चैप्टर 2 द्वारा Maya Hanchate इश्क़ बेनाम - 1 द्वारा अशोक असफल शोहरत की कीमत - 1 द्वारा बैरागी दिलीप दास रंग है रवाभाई ! द्वारा Chaudhary Viral बाजी किस ने प्यार की जीती या हारी - 1 द्वारा S Sinha समुंद्र के उस पार - 1 द्वारा Neha kariyaal जग्या लॉस्ट हिज़ वीरा - भाग 2 द्वारा Jagmal Dhanda अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी