Shudra book and story is written by Munshi Premchand in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Shudra is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. शूद्र Munshi Premchand द्वारा हिंदी लघुकथा 12 3.5k Downloads 22.8k Views Writen by Munshi Premchand Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण जब भी स्त्रियाँ उससे पूछती की मंगरू तुम्हें छोड़ कर क्यों चले गये? तो गौरी जवाब देती की कोई मर्द ससुराल में कब तक पड़ा रहता है? जब देश परदेस से चार पैसे कमाने का मौका मिले तो मर्द अपना काम न करना क्यों पसंद नहीं करेंगे? अगर ऐसा नहीं करेंगे तो मान मरजादा का निर्वाह कैसे होगा? जब कोई उससे पूछता की फिर मंगरू उसको चिठ्ठी या पत्र क्यों नहीं लिखता तो वो हंस कर बोलती की वो खुद का पता ठिकाना बताने से डरते हैं क्यूंकि उनको पता है की अगर पता दिया तो मैं उनके सर पर आ कर खड़ी हो जाउंगी परन्तु एक दिन जब किसी सहेली ने पूछा की... अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी