Sharab Ki Dukan book and story is written by Munshi Premchand in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Sharab Ki Dukan is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. शराब की दुकान Munshi Premchand द्वारा हिंदी लघुकथा 2.2k Downloads 10.6k Views Writen by Munshi Premchand Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण दुसरे दिन, तीसरे पहर जयराम पांच स्वयंसेवकों के साथ वेगमगंज के शराबखाने की पिकेटिंग करने पहुँच गया ताड़ी और शराब, दोनों की दुकानें मिली हुई थी ठेकेदार भी एक ही था दूकान के सामने सडक की पटरी पर, अंदर के आंगन में नशेबाजों की टोलियाँ विष में अमृत का आनंद लूट रही थी कोई वहाँ अफलातून से कम नहीं था कहीं वीरता की डिंग थी, कहीं अपने दान दक्षिणा के पचड़े, कहीं अपने बुद्धि कौशल का आलाप अहंकार नशे का मुख्य रूप होता है वहां एक बूढा शराबी बोल रहा था की भैया जिंदगानी का भरोसा नहीं, बिलकुल भरोसा नहीं अगर मेरी बात मान लो तो... अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी