Rashtra Ka Sevak book and story is written by Munshi Premchand in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Rashtra Ka Sevak is also popular in Biography in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. राष्ट्र का सेवक Munshi Premchand द्वारा हिंदी जीवनी 5k Downloads 20.8k Views Writen by Munshi Premchand Category जीवनी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण दुनिया ने कहा यह फ़रिश्ता है, पैगम्बर है, राष्ट्र की नैया का खेवैया है इन्दिरा ने देखा और उसका चेहरा चमकने लगा राष्ट्र का सेवक नीची जात के नौज्वाब को मंदिर में ले गया, देवता के दर्शन कराए और कहा हमारा देवता गरीबी में है, जिल्लत में है ये पस्ती में है दुनिया ने कहा कैसे शुध्ध अंतरुकरण का आदमी है! कैसा ज्ञानी! इन्दिरा ने देखा और मुस्करायी इन्दिरा राष्ट्र के सेवक के पास जा कर बोली, श्रध्धेय पिता जी, मैं मोहन से ब्याह करना चाहती हूँ राष्ट्र के सेवक ने प्यार की नजरों से देख कर पूछा मोहन कौन है? इन्दिरा ने उत्साह-भरे स्वर में कहा... अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी