Putra Prem book and story is written by Munshi Premchand in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Putra Prem is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. पुत्र प्रेम Munshi Premchand द्वारा हिंदी लघुकथा 1 9.7k Downloads 30k Views Writen by Munshi Premchand Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण गर्मी बीत गयी बरसात के दिन आये, प्रभुदास की दशा दिनों दिन बिगड़ रही थी वो अपना ज्यादातर समय अपने रोग पर अलग अलग डॉक्टरों द्वारा की गई व्याख्या पढ़ा करता था उनके अनुभवो से प्रभुदास अपनी तुलना करता रहता था पहले कुछ दिनों तक तो वह अस्थिरचित सा हो गया था दो चार दिन भी दिशा संभली रहती तो पुस्तके देखने लगता और अपनी विलायत यात्रा की चर्चा करता रहता था और जब दो दिन भी रोग का प्रकोप बढ़ जाता तो अचानक ही अपने जीवन से निराश हो जाता था और फिर एक दिन उसको विश्वास हो गया की अब वो इस रोग से कभी भी मुक्त नहीं हो सकता.... More Likes This डिप्रेशन - भाग 1 द्वारा Neeta Batham मोहब्बत - पार्ट 1 द्वारा mohammad sadique सनातन - 2 द्वारा अशोक असफल वो यादगार लम्हे, वो सच्ची दोस्ती द्वारा R B Chavda दादीमा की कहानियाँ - 2 द्वारा Ashish My Devil Hubby Rebirth Love - 46 द्वारा Naaz Zehra अकेलापन द्वारा Kahani Sangrah अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी