Prem Sutra book and story is written by Munshi Premchand in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Prem Sutra is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. प्रेम सूत्र Munshi Premchand द्वारा हिंदी लघुकथा 6 3.1k Downloads 17k Views Writen by Munshi Premchand Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण पशुपति वृक्ष के नीचे से आ कर सामने खड़ा हो गया कृष्णा उन्हें पहचान गई और कठोर स्वर में बोली, आप यहाँ क्या करते हैं? बतलाइए, यहां आपका क्या काम है? बोलिए जल्दी पशुपति की सिट्टी पिट्टी गम हो गई इस अवसर के लिये उसने जो प्रेम वाक्य रटे थे वे सब विस्मृत हो गये सशंक होकर बोला, कुछ नहीं प्रिये आज संध्या समय जब मैं आपके मकान के सामने से आ रहा था तब मैंने आपको अपनी बहन से कहते सुना की आज रात को आप इस वृक्ष के नीचे बैठकर चांदनी का आनन्द उठाउंगी मैं भी आपसे कुछ कहने के लिये... अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी