Muje mera janaza dikha do yaaro book and story is written by Sudarshan Vashishth in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Muje mera janaza dikha do yaaro is also popular in Short Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मुझे मेरा जनाज़ा दिखा दो यारो Sudarshan Vashishth द्वारा हिंदी लघुकथा 2 1.4k Downloads 6.2k Views Writen by Sudarshan Vashishth Category लघुकथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण धर्मराज के पास मुकद्दमा पेश हुआ (हालांकि यह मुकद्दमा नहीं था क्योंकि दूत सही प्राणी को यमलोक लाए थे, फिर भी) : ‘‘मुझे अपना ज़नाजा देखने का मौका दिया जाए श्रीमन्!‘‘ताज़ा ताज़ा मरे आदमी ने गुहार की। लगे हाथ उसने शेयर भी बना डाला : ‘‘मुझे मेरा ज़नाजा दिखा दो यारो! बदनसीब हूं आईना दिखा दो यारो! अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी