द्रोपदी का चीर हरण की कहानी में 'हिज-हाईनेस' के राज में माफिया शक्ति का प्रकोप बढ़ गया। हिज हाईनेस इस स्थिति से चिंतित हो गए और उन्होंने अपने मंत्रियों से माफियाओं की शक्ति और प्रभाव के बारे में जानकारी मांगी। वे जानना चाहते थे कि माफियाओं की मारक क्षमता क्या है और वे चुनावों में किस प्रकार की भूमिका निभा सकते हैं। मंत्रियों की बैठक में महंगाई और माफियाओं के प्रभाव पर चर्चा हुई। एक अर्थशास्त्री ने बताया कि महंगाई 'डिमांड और सप्लाई' के सिद्धांत पर आधारित है और माफियाओं का इसमें बड़ा हाथ है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि माफियाओं को नहीं रोका गया, तो यह सरकार के लिए खतरा बन सकता है। इस प्रकार, कहानी में माफिया शक्ति और उसके खिलाफ कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया गया है, जिससे हिज हाईनेस के राज का भविष्य सुरक्षित रह सके।
द्रोपदी का चीर हरण
sushil yadav द्वारा हिंदी पत्रिका
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विवरण
हिज हाईनेस ने मंत्री-मंडल से मुखातिब होके पूछा ,कब तक रिपोर्ट मिल जाएगी मंत्री लोग एक-दूसरे का मुह ताकने लगे हाईनेस ने कहा , हम ज्यादा इंतिजार नहीं कर सकते पांडुरंगो सामने चुनाव है जनता को धुले हुए मुँह दिखाना है एक-एक विभाग की समीक्षा बैठक होने लगी ‘महंगाई और माफिया’ पर इकानामिस्ट के विचार मांगे गए
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