Khwabon ke perhan book and story is written by Santosh Srivastav in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Khwabon ke perhan is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. ख्वाबों के पेरहन - संपूर्ण Santosh Srivastav द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 7 13.9k Downloads 21.2k Views Writen by Santosh Srivastav Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण ताहिरा खुद ही कौर बना बना क्र फूफी को खिलाने लगी लहसुन की चटनी, ज्वार की गर्म रोटियां और ताहिरा का प्यार.... फूफी में जान सी आ गई वे ताहिरा को निहारने लगी गोरा सुतवाँ चेहरा, बड़ी बड़ी पलके, सुंदर भरे भरे से गुलाबी होंठ...नाज़ुक सी गर्दन ‘या अल्लाह! इतना नूर, इतना शबाब इस झोपडी में क्यों सकेला तूने? इस शबाब को छुपाने लायक हमारे दुपट्टे का हौसला कहाँ? एका एक फूफी के दिमाग में बिजली तडप उठी...खिरचा किया, फिर आठ दस कुल्ले किये और भाभी के सिरहाने से पानदान उठाकर पान लगाने लगी भाईजान खा पि क्र तख्त पर सो रहे थे और उनके पायते भाभी सिकुड़ी हुई लेती थीं More Likes This बन्धन प्यार का - 34 द्वारा Kishanlal Sharma Love Blossom Devil's Unwanted Wife - 1 द्वारा Bhumika Prajapati प्रेम और युद्ध - 1 द्वारा Anand Tripathi कल्पांत सृजन द्वारा satish bhardwaj तानाशाह - भाग 1 द्वारा MaNoJ sAnToKi MaNaS सर्विस पॉर्ट - 1 द्वारा Lalit Kishor Aka Shitiz किरन - 2 द्वारा Veena अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी