एक कॉम्प्लिकेटेड, सस्पेंस थ्रिलर और एक्शन से भरी अवनी और विवान की प्रेम कहानी, जो बहुत सी मुस्किलो से होते हुए अंजाम तक पहुंचती हैं"मुस्कराते चहरे कि हकीक़त"संगम विहार,A-block, नई दिल्ली-62सुबह के पांच बज रहे हैं सोनम दौड़ते हुए रमेश के पास आती है और उसे उठाने की कोशिश करती हैं। सोनम बहुत घबराई हुई थी,,सोनम, घबराते हुए- रमेश उठिए! वो घर छोड़कर चली गई है।सोनम की बात सुनकर रमेश अचानक खड़ा हो जाता हैं और घबराया हुआ सोनम को पकड़कर चिल्लाते हुए- क्या? कहा चली गई और कब, कैसे.....?सोनम, गुस्से से चिल्लाते हुए- मुझे नहीं मालूम, आप बाहर जाकर
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मुस्कराते चहरे की हकीकत - 1
एक कॉम्प्लिकेटेड, सस्पेंस थ्रिलर और एक्शन से भरी अवनी और विवान की प्रेम कहानी, जो बहुत सी मुस्किलो से हुए अंजाम तक पहुंचती हैं"मुस्कराते चहरे कि हकीक़त"संगम विहार,A-block, नई दिल्ली-62सुबह के पांच बज रहे हैं सोनम दौड़ते हुए रमेश के पास आती है और उसे उठाने की कोशिश करती हैं। सोनम बहुत घबराई हुई थी,,सोनम, घबराते हुए- रमेश उठिए! वो घर छोड़कर चली गई है।सोनम की बात सुनकर रमेश अचानक खड़ा हो जाता हैं और घबराया हुआ सोनम को पकड़कर चिल्लाते हुए- क्या? कहा चली गई और कब, कैसे.....?सोनम, गुस्से से चिल्लाते हुए- मुझे नहीं मालूम, आप बाहर जाकर ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 2
अवनी आश्रम से निकलकर रिक्शा वाले के पास जाकर उसे एक एड्रेस देती हैं और वहा से चलने के कहकर पीछे बैठ जाती हैं। बीस मिनिट के बाद रिक्शा रुकता है और अवनी उतरकर वहां से चली जाती हैं। सामने एक बहुत बड़ी कॉलेज थी जिसमे केवल बड़े परिवार के बच्चे ही पढ़ने आते हैं। अवनी कॉलेज के बहार खड़ी हो जाती हैं जहां पहले से ही बहुत से लोग खड़े थे। कुछ देर बाद अवनी कि नजर एक लड़की पर जाती है, अवनी उस लड़की के पास जाकर मुस्कराते हुए- hello, please you can help me? लड़की दिखने ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 3
कुछ देर में अवनी एक बड़ी सी बिल्डिंग के पास पहुंचती हैं जिस पर नेमप्लेट लगी हुईं थीं R. कंपनी, भोपाल,,,,अवनी कम्पनी के ऑफिस के बाहर आकार बैठ जाती हैं वहा पहले से इंटरव्यू के लिए सात आठ कैंडिडेंट बैठे थे।15 मिनट बाद अवनी को अन्दर बुलाया जाता है,, अवनी अन्दर पहुचती हैं सामने पाच लोग बैठे थे जो इंटरव्यू ले रहे थे। अवनी सबको गुड मॉर्निंग बोलती हैं और उनमें से एक आदमी उसे सामने रखी चेयर पर बैठने का इशारा करता हैं। फ़िर अवनी की फाइल्स देखकर उससे कुछ सवाल करते हैं और एक प्रोजेक्ट को एक्सप्लेन ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 4
अवनी भी अन्दर काव्या के पास आती हैं और करण और सब से मिलती हैं।कुणाल सामने देखकर- करण भाई, भाई कि कॉलेज गैंग आ गई,,,,,,,, अवनी और बाकि सब सामने देखते है। विवान और उसके दोस्त उनके पास ही आ रहे थे, अवनी हैरानी से उनकी तरफ देखते हुए - विवान अग्रवाल ये है..... काव्या, अवनी से- हा,, अवि यही विवान है जिसके लिए यहां पार्टी रखी गई है,,,,,, काव्या की बात सुनकर अवनी अभी बाहर उसने जो विवान से कहा वह सोचने लगती है और काव्या के पिछे जाकर खड़ी हो जाती हैं।विवान सबके पास आकार खड़ा हो ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 5
अवनी कागज को हाथ में लिए सोच ही रही थी कि उसके पास किसी का कॉल आता है वह उठा कर वहां से चली जाती है यहां विवान यश के पास आता हैविवान - कल कहां गया था तू....यश - कहां गया था....? कहीं नहीं गया था मैं तो यही था,,विवान थोड़े गुस्से में- झूठ बोल रहा हैं ना मुझे सब पता है।यश विवान को समझाते हुए- नहीं यार,,, उसकी तबीयत खराब थी इसलिए उसे छोड़ने गया था।विवान - चल छोड़...ऑफिस जाना है तैयार हो जा..थोड़ी देर में दोनों तैयार होकर ऑफिस के लिए निकल जाते हैं । अग्रवाल ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 6
इधर विवान अपनी कार में बैठकर घर जा रहा था, यश और कुणाल उसके पिछे थे,,अवनी भी उसी रास्ते आ रही थी, सिर में चोट लगने के कारण उसके सिर में दर्द हो रहा था , उसकी आंखों के सामने धुंधलापन छाने लगता है और बाइक अनबेलेंस होकर रोड के साइड में गिर जाती हैं,,, उसके गिरते ही आसपास के लोग भागकर अवनी के पास आते हैं,,,विवान पास से ही गुजर रहा था लोगो की भीड़ देख वह अपनी कार रोकता है और भागकर उस ओर आता है, उसकी नजर सामने गिरी लड़की पर पडती है जिसके चहरे पर ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 7
अगले दिन सुबह 7:00 बजेअवनी सुबह उठती है तो दिखती हैं कि उसके पास गर्म पानी,पट्टियां और कुछ टैबलेट्स हुई थी तब उसे रात की याद आती हैं की लास्ट टाइम विवान उसके साथ था अवनी घबराकर बाहर आती हैं लेकिन विवान यहां नहीं था, अवनी वही बैठ जाती हैं और रात को जो हुआ सोचने लगती हैं तभी काव्या का फोन आता हैकाव्या- अवि आज तुम्हें कही नही जाना, जल्दी से मेरे घर आ जाओ प्लीज़ मम्मा- पापा सब तुम्हारा वेट कर रहे हैं मना मत करना.........अवनी- ऑके मै अभी आती हूं, मैने कहा था ना में कहीं ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 8
अगली सुबह काव्या और करण की मेहंदी और संगीत था तो सबको तैयार होकर अग्रवाल मेंशन जाना था अवनी काव्या के साथ अग्रवाल मेंशन पहुंचती हैं। विवान पहले से ही तैयार होकर अवनी का वेट कर रहा था क्योंकि उसे सब जानना था,,, सब लोग कृष्णमूर्ति के घर पहुंचते हैं गिरिराज और अभिषेक भी यही थे अवनी और काव्या सबसे मिलते हैं और फिर मेहंदी की रश्म होती है कुछ देर बाद अवनी वहां से उठकर बाहर आती है और सामने से अभिषेक भी उसी की तरफ आ रहा था,,,,,,,अभिषेक अवनी के पास आकर- हाय..... लड़की वालों की तरफ ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 9
रात के 12:00 बज रहे थे अवनी और विवान एक होटल में पहुंचते हैं अंदर से एक आदमी उनके आता है और अवनी को एक कमरे में लेकर जाता है, विवान बाहर ही खड़ा रहता है अवनी रूम में पहुंचती हैं जहां पहले से चार लोग खड़े थे अवनी उनमें से सामने खड़े आदमी के पास जाती है और उन्हें सैल्यूट करते हुए- जय हिंद सरअरविंद (सीनियर आफिसर)- जय हिंद ऑफिसर अवनी...(अवनी, रवि, राहुल, अमित और अरविंद एक ही ख़ुफ़िया टीम में थे, अरविंद उनका सीनियर आफिसर था)अरविंद- अवनी तुम्हारे पास जितने भी सबूत, इंफॉर्मेशन है वो सब इकट्ठा ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 10
दो घण्टे बादभोपाल से बाहर एक बड़े से फॉर्म हाउस में गिरीराज और अभिषेक के अलावा चार लोग ओर थे और फॉर्म हाउस के चारो तरफ बहुत सारे गार्ड्स खड़े थे, तभी चार पांच गाडियां अन्दर आती हैं जिनमें पहली कार में अवनी और अरविन्द थे और दुसरी में विवान, उनके पिछे की कारों में पुलिस फोर्स थीं, पुलिस अभिषेक के फॉर्म हाउस को चारो तरफ से घेर लेती है और बाहर खड़े गार्ड्स के हाथ पैर बांध देती हैं। अरविन्द और अवनी अन्दर जाते हैं जहां अभिषेक, गिरीराज और बाकी लोग थे,,,,,,,,अभिषेक, ओर बाकी सब उन्हें देखकर हैरान ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 11
शालिनी, विवान कि बाते सुनकर अवनी के पास आकर- सच में बेटा तुम्हारे मां-बाप खुशकिस्मत है कि उन्हें तुम्हारी बेटी मिली,,, वो गर्व महसूस कर रहे होगें...अवनी, उदास होकर- मैं अनाथ हूं आंटी,,,, कोई नहीं है मेरा प्रवीण भाई के अलावा, जो थे उन्हें मैंने इस लड़ाई में खो दिया......सब हैरानी से अवनी को देख रहे थे,,, शालिनी- अनाथ….प्रवीण, सामने आकर- छ साल की थी अवनी जब उसके मम्मी पापा का एक कार से एक्सीडेंट हो गया था अवनी भी उनके साथ ही थी लेकिन वक्त पर हॉस्पिटल पहुंचने के कारण वो जिंदा बच गई,,,, अवनी के दादा दादी ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 12
सुबह 4:00 बजे अवनी के पास किसी का कॉल आता है और वह उठकर विवान को फोन लगाती है विवान कॉल नहीं उठाता तो अवनी श्रेया के रूम से विवान के रूम में जाती है और विवान को उठाने की कोशिश करती है लेकिन विवान नहीं उठता फिर अवनी, विवान की कंबल खींचकर उसके पास आकर- विवान उठो,,, वरना मैं फिर से पानी डाल दूंगी.....विवान, नींद में ही अवनी से- सोने दो यार.. सुबह-सुबह क्यों नींद खराब कर रही हो.. और फिर से कंबल ओढ़कर सो जाता है,,, इस बार अवनी ने अपने फोन में लाउड में गाने चलाएं ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 13
R.k कम्पनीअवनी अंदर ऑफिस में जाती है जहां कंपनी के डायरेक्टर तरुण सिंघानिया, सीईओ रविंद्र जैन और दो-तीन लोग बैठे थे अवनी, उनके पास जाकर- सॉरी सर.. दो दिन से ऑफिस ज्वाइन नहीं किया.... बट आई प्रॉमिस सर, मैं आज ही अपना वर्क कंप्लीट कर लूंगी,,,,तरुण सिंघानिया- मिस अवनी हमें आपके बारे में सब कुछ मालूम है और हमें बहुत गर्व है आप पर, आपने हज़ारों बच्चो की जान बचाई, देश के प्रति आपने अपनी जो जिम्मेदारी निभाई वह सच में काबिले तारीफ है और इससे भी ज्यादा की आपने दूसरी जॉब की वो भी अपनी मेहनत से.....अवनी, मुस्कराकर- ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 14
विवान, अकेला ऑफिस में बैठा हुआ कुछ सोच रहा था तभी यश उसके पास आकर-क्या हुआ ब्रो... इतना उदास है..?विवान अपने ही ख्यालों में खोया हुआ था, वह बिना यश की तरफ ध्यान दिए- वह जा रही है....यश, उसके पास रखी चेयर पर बैठते हुए-कौन..? अवनी...विवान हा में सिर हिलाता हैयश,हैरानी से- कहां जा रही है..?विवान, उसकी तरफ़ देखकर- पता नहीं ऑफिस के काम से...यश, कुछ देर सोचकर- तो तुम्हें क्या हुआ...?विवान, चेयर से सिर टिकाकर- यार सुबह घर आई थी वो... मैंने पता नहीं क्या-क्या सुना दिया उसे, और यह भी बोल दिया कि मैं उसका चेहरा भी ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 15
2 महीने बादअग्रवाल मेनशनसुधा जी, शालिनी से- बहु करण और काव्या आ रहे हैं ना आज.....शालिनी-हां मां... बात हुई मेरी उनसे, अभी कुछ देर में पहुंच जाएंगे...सुधा जी- और नित्या भी आज शाम को घर आ रही है....शालिनी, कुछ सोचते हुए- मां क्या हम सही कर रहे हैं कहीं उनको कोई प्रॉब्लम हुई तो.....सुधा जी- किसको क्या प्रॉब्लम होगी,,, सबके सामने विवान ने नित्या को वादा किया था कि वह उससे शादी करेगा,,,,शालिनी- हा मां, दोनों बचपन से एक साथ है, बहुत अच्छी दोस्ती भी है दोनों में और एक दूसरे का ख्याल भी कितने अच्छे से रखते हैं,, ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 16
अगले दिन सुबह 6:00 बजे अवनी और निशा भोपाल पहुंची, उन्हें ले जाने के लिए ऑफिस से ही ड्राइवर था तो दोनों सीधा ऑफिस के लिए ही निकल गई,,,,,अवनी ऑफिस पहुंचती है अंदर जाते ही सब अवनी को देख कर खड़े हो जाते हैं, कुछ देर में तरुण, वीरेंद्र और कंपनी के बाकी बड़े मेंबर भी आ जाते हैं। अवनी बाकी सबकी तरफ देखती है फिर तरुण और वीरेंद्र के सामने जाकर- गुड मॉर्निंग सर...तरुण सिंघानिया- गुड मॉर्निंग अवनी... आने में कोई प्रॉब्लम तो नहीं हुई..अवनी- नॉ सर....तरुण सिंघानिया- अवनी दो महीने से तुमने कंपनी के लिए जो मेहनत ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 17
इंदौरइंदौर की एक बड़ी कंपनी में मीटिंग ऑर्गेनाइज की गई थी। जिसमें देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों के मेंबर आए थे, विवान और यश भी पहुंच चुके थे। यश बाकी सब के साथ बाहर बैठता है और विवान अंदर कॉन्फ्रेंस रूम में जाता है जहां पहले से बहुत लोग मौजूद थे एक व्यक्ति सामने खड़ा था और बाकी सब बैठे थे, विवान को देखकर सामने खड़ा व्यक्ति, जिसके हाथ में माइक था- तो अब आपके सामने आ रहे हैं Agrawal sons group company के CEO मिस्टर विवान अग्रवाल,, वेलकम टू मिस्टर अग्रवाल....सब लोग तालियां बजाते हैं, विवान बाकी लोगों के ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 18
अवनी निशा के रूम से अपना सामान लेकर काव्या के अपार्टमेंट में आ जाती है जहां वह पहले रहती यहां कोई नहीं था। रामू काका भी नहीं थे,,, अवनी अंदर आती है, कुछ देर आराम करती है और फ्रेश होकर वापस बेड पर लेट जाती है, उसके सिर में दर्द हो रहा था जिसे वह कब से अवॉइड कर रही थी,, फिर वापस उठ कर दवाइयों के बड़े से बॉक्स से कुछ गोलियां निकाल कर लेती है और बाहर गार्डन में आकर बैठ जाती है कुछ देर अकेले आंख बंद करके बैठी रहती है फिर अनुराग बजाज (काव्या के ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 19
यश, अपनी जगह खड़ा होकर- क्या गाना था अवनी.... तुम्हें तो यार सिंगर होना चाहिए, सच में मैं तो हो गया तुम्हारा....रिया, तालियां बजाते हुए खड़ी होकर- क्या दर्द है, क्या सुर है तेरी आवाज़ मेंतेरी यह आवाज कहीं हमें दीवाना ना बना दे,सब मुंह फाड़कर रिया की ओर देख रहे थे, रिया सब की तरफ देख कर- शायरी पर मत जाओ, भावनाओं पर जाओ यार,,,,,,,,श्रेया, रिया के कंधे पर हाथ रखकर- समझ गए हम, तु क्या कहना चाहती हैं (फिर अवनी की तरफ देख कर) सच में अवनी तुम्हें तो अर्जित सिंह के साथ गाना चाहिए यार.....करण- हां ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 20
डॉक्टर, विवान के पास आकर- मिस्टर अग्रवाल... प्लीज जल्दी से बताइए, क्या कहा उन्होंने... पेशेंट की हालत ज्यादा खराब रही है,,,,,विवान, डॉक्टर की तरफ देखकर- डॉक्टर को अवनी को......विवान आगे कुछ भी नहीं बोल पाता,,,,,,यश, विवान के कंधे पर हाथ रखकर- विवान, प्लीज यार बताओ क्या कहा उसने... देखो अवनी की हालत कैसी हो रही है....विवान, अपने आप को संभालते हुए खड़ा होकर- ब्लड कैंसर.... ब्लड कैंसर है अवनी को.... डॉक्टर, मैं अभी अवनी की दवाइयां ले कर आता हूं तब तक आप अपने तरीके से उसे होश में लाने की कोशिश कीजिएइतना कहकर विवान बिना किसी को देखे ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 21
सुबह.....सब लोग पूजा कर रहे थे अवनी भी वही खड़ी थी, उसकी नजरें कब से किसी को ढूंढ रही वह बार-बार विवान के रूम की तरफ देखती है जो अभी भी बंद था,,, पूजा खत्म होने के बाद अवनी, सुधा जी के पास आकर- दादी, अब मुझे चलना चाहिए, मेरे ऑफिस का टाइम हो रहा है...सुधा जी-तुझे अभी भी ऑफिस जाना है एक बार अपनी तबीयत के बारे में तो सोचो बेटा...,काव्या, अवनी के पास आकर- अवि.. तुम क्यों अपनी लाइफ के साथ रिस्क ले रही हो.... this is the second stage of cancer avvi... रोज कितनी तकलीफ से ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 22
अगले दिन रात के 2:00 बजे अवनी के फोन पर किसी का कॉल आता है, लेकिन अवनी फोन अटेंड करती और उसे साइड में रखकर सो जाती है नित्या भी अवनी के पास ही सोई हुई थी लगातार फोन बजने से नित्या उठ जाती है फिर अवनी को जगाते हुए नींद में ही बोलती हैं: अवनी एक बार देख तो ले किसका कॉल है कब से बजे जा रहा है,,,,,,, इतना कहकर नित्या वापस कंबल ओढ़कर सो जाती है। नित्या की बात सुनकर अवनी उठकर फोन में नंबर देखती है फिर फोन को साइड में रखकर चेहरे पर थोड़ी ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 23
सुबह अवनी जल्दी उठकर घर से ऑफिस के लिए निकल जाती हैं, विवान, यश के साथ ऑफ़िस में बैठा तभी बाहर से गार्ड आता है और विवान के पास आकर- सर कोई लड़की है बाहर,,जो आपसे मिलना चाहती हैं,,,,,,,विवान, कुछ सोचकर- भेज दो अंदर....,,,वह गार्ड बाहर चला जाता है।यश,विवान से - तुमने रात को अवनी से इस तरह बात कि, कहीं वह तो नहीं है बाहर....विवान, यश की तरफ देखकर- वह नहीं आएगी मेरे सामने.....यश,आश्चर्य से- नहीं आएगी मतलब... वैसे भी कल तो वो जा रही है ना...विवान कुछ नहीं बोलता, वह वहां से उठकर खिड़की के पास चला ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 24
अग्रवाल मेंशन में सब बेसब्री से अवनी के आने का इंतजार कर रहे थे,,,इधर अवनी अपने केबिन में अपने के साथ बैठी थी अवनी उसे कुछ फाइल्स देती हैं और उनके बारे में कुछ समझाती है कुछ देर में वह बाहर चला जाता है,,, अवनी अपने फोन से किसी को कॉल लगाती है फिर कुछ बात करके वह रविंद्र जैन के केबिन में आती है,,,,अवनी,रविंद्र जैन को कुछ फाइल्स देते हुए बोलती हैं - सर.... मुंबई के क्लाइंट्स से मेरी बात हो गई है और मीटिंग और उनके कॉन्ट्रैक्ट से रिलेटेड फाइल्स भी तैयार है एक बार आप और ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 25
अग्रवाल मेनशन से अवनी सीधा घर आती है लेकिन यहां कोई नहीं था,,, आज अवनी की आंखों से बेहिसाब बह रहे थे जिन्हें वह बार-बार रोकने की कोशिश कर रही थी लेकिन फिर भी नहीं रोक पा रही थी,,, अवनी अपने कमरे में आकर आईने के सामने खड़ी हो जाती है उदास चेहरा, लाल आंखें आज वह अवनी नहीं थी जो बड़ी से बड़ी प्रॉब्लम में भी मुस्कुराती रहती थी,, उसने खुद को इतना कमजोर कभी महसूस नहीं किया था जितना आज कर रही थी अवनी खुद को आईने में देखकर अपनी आंखें बंद कर लेती है, अवनी की ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 26
विवान गुस्से में कार लेकर वहां से निकल जाता हैं,,,,,नित्या कॉल करके प्रवीण को अवनी और विवान के बारे बता देती है,,,,कुछ देर में प्रवीण और नित्या घर आते हैं प्रवीण के मां पापा (विनोद और रेणुका) भी घर पहुच जाते है। सब अवनी के कमरे में आते हैं कमरे की हालत अभी भी वैसी ही थी अवनी वही नीचे फर्श पर बैठी कुछ सोच रही थी,,, अवनी की ऐसी हालत देखकर चारों घबरा जाते है रेणुका और नित्या दौड़ते हुए अवनी के पास आते हैं अवनी को इस हालत में देखकर दोनों की आंखों में आंसू बहने लगते ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 27
विवान अपने कमरे में आकर बेड पर लेट जाता है और अपने फोन में अवनी की फोटो निकाल कर देखते हुए मुस्कुराकर- तब तक मुझसे दूर भागोगी मिश अवनी... मैं तुम्हारा पीछा नहीं छोड़ने वाला इतनी आसानी से, और रही बात तेरे दर्द और तकलीफ की तो वह मुझसे जुड़ चुके हैं तुम्हें अकेले सहन नहीं करने दूंगा....विवान यही सोचते-सोचते अपनी आंखें बंद कर लेता है अचानक उसे कुछ याद आता है,,, वह उस दिन के बारे में सोचने लगता है जिस दिन उसे अवनी की बीमारी के बारे में पता चला था और वह अवनी की दवाइयां लेने ...और पढ़े
मुस्कराते चहरे की हकीकत - 28
विवान अपनी बात पूरी करके वहां से चला गया था लेकिन किसी को समझ नहीं आ रहा था कि वक्त उसके दिमाग में क्या चल रहा है,,,,,,,इधर दिल्ली में विनोद और प्रवीण हॉस्पिटल में डॉक्टर के केबिन में बैठे थे कुछ देर में डॉक्टर भी वहां आ जाता है विनोद, डॉक्टर से - डॉ शर्मा, क्या अवनी की हालत में सुधार के आसार है.....डॉ शर्मा, अवनी की रिपोर्ट देखकर बोला - मिस्टर विनोद... आपको पता है कैंसर के मरीज को किन हालातों से गुजरना पड़ता है और ऐसी हालत में पेशेंट का मानसिक तरीके से ठीक रहना बहुत ज्यादा ...और पढ़े