छोटे से गाँव में रहने वाली शुभांगी सोलह वर्ष की हो गई थी। उसका अंग-अंग मानो सुंदरता की परिभाषा गढ़ रहा हो। चेहरे पर उगते सूरज जैसी लालिमा, पूनम की चाँदनी जैसा बदन पर निखार, ऐसा लगता था मानो उसकी रचना करते समय भगवान सुंदरता की परिभाषा बना रहे थे। सुंदर मन, चंचलता से भरा हुआ तन, हिरनी के समान पूरे गाँव में दौड़ती भागती शुभांगी की इस सुंदरता से उसकी माँ शकुंतला बहुत डरती थी। कहीं मेरी बेटी को किसी की नज़र ना लग जाए इसलिए अभी तक भी हर रोज़ अपनी आँखों से ऊँगली में काजल लेकर उसे लगा दिया करती थी। इस तरह उनका काजल लगाना शुभांगी को भी बहुत पसंद था।

Full Novel

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अकेले ही आना - भाग १

"अकेले ही आना", एक ऐसी कहानी है जिसमें गाँव के लोग आस्था और अंध विश्वास के कारण किस तरह स्वामी के चक्रव्यूह में फँस जाते हैं। आशीर्वाद के नाम पर वह किस तरह गाँव की बेटियों का शोषण करता है ? किस तरह उसे उसके पापों की सज़ा मिलती है ? ...और पढ़े

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अकेले ही आना - भाग २

"अकेले ही आना", एक ऐसी कहानी है जिसमें गाँव के लोग आस्था और अंध विश्वास के कारण किस तरह स्वामी के चक्रव्यूह में फँस जाते हैं। आशीर्वाद के नाम पर वह किस तरह गाँव की बेटियों का शोषण करता है ? किस तरह उसे उसके पापों की सज़ा मिलती है ? ...और पढ़े

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अकेले ही आना - भाग ३

"अकेले ही आना", एक ऐसी कहानी है जिसमें गाँव के लोग आस्था और अंध विश्वास के कारण किस तरह स्वामी के चक्रव्यूह में फँस जाते हैं। आशीर्वाद के नाम पर वह किस तरह गाँव की बेटियों का शोषण करता है ? किस तरह उसे उसके पापों की सज़ा मिलती है ? ...और पढ़े

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अकेले ही आना - भाग ४

"अकेले ही आना", एक ऐसी कहानी है जिसमें गाँव के लोग आस्था और अंध विश्वास के कारण किस तरह स्वामी के चक्रव्यूह में फँस जाते हैं। आशीर्वाद के नाम पर वह किस तरह गाँव की बेटियों का शोषण करता है ? किस तरह उसे उसके पापों की सज़ा मिलती है ? ...और पढ़े

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अकेले ही आना - भाग ५

"अकेले ही आना", एक ऐसी कहानी है जिसमें गाँव के लोग आस्था और अंध विश्वास के कारण किस तरह स्वामी के चक्रव्यूह में फँस जाते हैं। आशीर्वाद के नाम पर वह किस तरह गाँव की बेटियों का शोषण करता है ? किस तरह उसे उसके पापों की सज़ा मिलती है ? ...और पढ़े

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अकेले ही आना - भाग ६   

"अकेले ही आना", एक ऐसी कहानी है जिसमें गाँव के लोग आस्था और अंध विश्वास के कारण किस तरह स्वामी के चक्रव्यूह में फँस जाते हैं। आशीर्वाद के नाम पर वह किस तरह गाँव की बेटियों का शोषण करता है ? किस तरह उसे उसके पापों की सज़ा मिलती है ? ...और पढ़े

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अकेले ही आना - अंतिम भाग

अकेले ही आना, एक ऐसी कहानी है जिसमें गांव के लोग आस्था और अंध विश्वास के कारण किस तरह स्वामी के चक्रव्यूह में फंस जाते हैं. आशीर्वाद के नाम पर वह किस तरह गांव की बेटियों का शोषण करता है? किस तरह उसे उसके पापों की सजा मिलती है ? ...और पढ़े

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